कोरोना वायरस इन दिनों पूरी दुनिया में तबाही मचाये हुए है। भारत में इसका असर धीरे-धीरे शुरू होकर अब चरम पर है। हर रोज़ कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसी बीच अब तूफ़ान भारत में तबाही मचा सकता है। मौसम विभाग की मानें तो इस चक्रवाती तूफ़ान का नाम एम्फान है और 155 से 165 किलोमीटर की रफ़्तार से भारत में प्रवेश कर चुका है। इसकी रफ़्तार बढ़कर 185 किलोमीटर प्रति घंटा भी हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में उठे इस चक्रवाती तूफ़ान एम्फान बंगार में प्रवेश करने ही वाला है। यह कभी भी भारत को बंगाल क्षेत्र को अपनी चपेट में लेते हुए आगे बढ़ सकता है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार एम्फान चक्रवात दोपहर 12.30 बजे दीघा से 95 किमी दूर दक्षिण-पूर्व में केंद्रीत रहा था।
इस तूफ़ान की आहट आते ही ओडिशा के तटीय इलाक़ों के पास हवा की गति बढ़ गयी है और पाराद्वीप में क़रीब 100 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से हवा चल रही है। हालाँकि पश्चिम बंगाल में हवा की गति दोपहर तक इससे कम थी। चक्रवात एम्फान के मद्देनजर ओडिशा ने बालासोर और भद्रक और पश्चिम बंगाल से लगभग 1.5 लाख लोगों को निकाला है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, पश्चिम बंगाल के जोगेशगंज और उत्तर 24 परगना में ग्रामीणों और पशुों को सुरक्षित जगहों पर पहुँचाया जा रहा है। इधर ओडिशा में स्थानीय प्रशासन के साथ एनडीआरएफ की टीमें समन्वय का काम कर रही हैं। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 41 टीमें तैनात कर दी गयी हैं। आइएमडी कोलकाता ने जानकारी दी थी कि चक्रवात दीघा से 177 किमी दूर दक्षिण-पूर्व में केंद्रीत रहा। इसके कोलकाता के करीब उत्तर उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है। चक्रवात के मई 21 की सुबह तक तीव्र रहने की संभावना है।
भारतीय नौसेना के सूत्रों के अनुसार, चक्रवात एम्फान के मद्देनजर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए जेमिनी बोट और मेडिकल टीम के साथ 20 बचाव दल तैयार किये गये हैं और नौसेना के एयरक्राफ्ट नौसेना स्टेशनों विशाखापत्तनम में आईएनएस डेगा और अराकोणम में आइएनएस राजाली राहत-बचाव कार्यों के लिए तैयार हो चुके हैं।
ओडिशा में राहत शिविर के तौर पर अब तक 1,704 शेल्टर होम तैयार किये गये हैं। 20 मई दोपहर तक 1,19,075 लोगों को इन शिविरों में सुरक्षित पहुँचा दिया गया था। पारादीप में कल रात से हवा और बारिश की रफ्तार बढ़ गई है। हवा 82 किमी प्रति घंटा (44 नॉट) की गति से चल रही है।
बता दें कि प्रकृति में कुछ बड़ा घटित होने की सम्भावनाएँ बढ़ रही हैं। क्योंकि हाल में क़रीब पौने दो महीने के अन्दर दो दर्ज़न से अधिक बार भूकम्प के झटके भी भारत में लग चुके हैं। कोरोना वायरस जैसी महामारी का प्रकोप चल ही रहा है और अब एम्फान तूफ़ान ने दस्तक दे दी है।