कोविड-19 के मामले देश में फिर एक बार बढ़ने लगे है। देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 2600 से ज्यादा हो गई है। इनमें से 2000 केस केरल के हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (आईसीएमआर) ने कोरोना के नए सब-वेरिएंट JN. 1 को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि कई देशों को इससे सांस संबंधी परेशानी लोगों को हो सकती है। यहीं नहीं इस सब-वैरिएंट ने कोरोना को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं और एडवाइजरी का दौर भी लौट आया है।
कर्नाटक सरकार ने मास्क लगाने की सलाह दी है। आईसीएमआर ने नई गाइडलाइन जारी कर कहा कि जिन लोगों में कोरोना के लक्षण पाए जाएं वे तुरंत अलग हो जाएं और आइसोलेशन में रहें।
आईसीएमआर ने आगे कहा कि, कोरोना के लक्षण वाले 60 साल से अधिक आयु के लोगों की पहले टेस्टिंग की जाए। वहीं डायबिटीज, हाइपरटेंशन, लंग्स और किडनी की बीमारी के शिकार और मोटापे से पीड़ित लोगों को भी लक्षण पाए जाने पर तत्काल टेस्टिंग की सलाह दी जाती है।
एडवाइजरी मे आगे कहा गया है कि खांसी, बुखार, गले में खराश, स्वाद और महक न आना, सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षणों को गंभीरता से लें और टेस्ट कराएं। गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को टेस्टिंग में