केरल सीरियल ब्लास्ट की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि कोच्चि विस्फोटों का मुख्य मार्टिन दो महीने पहले तक मध्य पूर्व में इलेक्ट्रिकल फोरमैन के रूप में काम कर रहा था। मार्टिन ने स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्रियों का उपयोग करके आईईडी के साथ प्रयोग करने का कौशल हासिल कर लिया था।
पुलिस की जांच में यह भी सामने निकलकर आया है कि डोमिनिट मार्टिन ने विस्फोटक बनाने के तरीके के बारे में जानने के लिए इंटरनेट पर बड़े पैमाने पर खोज की और कोच्चि के थम्मानम में अपने घर पर एक से अधिक आईईडी बनाए थे। और इन्हीं आईईडी को लेकर मार्टिन रविवार की सुबह कलामासरी के कन्वेंशन सेंटर पहुंचा था।
मार्टिन ने दो रिमोट का उपयोग करके विस्फोट कर घटना को अंजाम दिया और इसके बाद वह अपने दोपहिया वाहन से एक होटल में पहुंचा जहां उसने अपना वीडियो अपलोड किया। साथ ही करीब आधा घंटा होटल में बिताने के बाद विस्फोट की जिम्मेदारी लेते हुए कोडकारा के पुलिस स्टेशन पहुंचा।
आपको बता दें, पुलिस ने सोमवार को औपचारिक रूप से मार्टिन को गिरफ्तार किया। पुलिस ने मार्टिन पर यूएपीए, विस्फोटक अधिनियम और आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वहीं एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) एम आर अजित कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने सोमवार को उनसे पूछताछ भी की है। कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त ए अकबर ने कहा कि, “विस्फोट में उसकी भूमिका का पता लगाने के लिए पर्याप्त आधार थे।”