दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल मंगलवार सुबह अयोध्या पहुंचे। हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा करने के बाद केजरीवाल राम जन्मभूमि स्थल पहुंचे और भगवान राम की पूजा-अर्चना की।
बाद में मीडिया के लोगों से बातचीत में केजरीवाल ने कहा – ‘मुझे आज भगवान राम के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। चाहता हूं कि यह सौभाग्य हर भारतवासी को मिले। मैं बहुत छोटा सा आदमी हूं लेकिन भगवान ने मुझे बहुत कुछ दिया। मेरे पास जो क्षमता और साधन हैं, उनका मैं यहां ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को दर्शन कराने में इस्तेमाल करूंगा। यदि उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार बनती है तो हम सभी राज्य वासियों को अयोध्या में रामजी के दर्शन कराने के लिए मुफ़्त व्यवस्था करेंगे, जैसी हम दिल्ली में कर चुके हैं।’
केजरीवाल ने कहा कि मंगलवार को दिल्ली मंत्रिमंडल की विशेष बैठक होगी जिसमें सरकार ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ में अयोध्या को भी जोड़ दिया जाएगा और अब दिल्ली के लोग अयोध्या में राम जन्मभूमि आकर यहां के दर्शन भी कर पाएंगे। बता दें केजरीवाल दो दिवसीय दौरे पर सोमवार दोपहर ही अयोध्या पहुंच गए थे। उन्होंने सोमवार शाम सरयू तट पर मां सरयू का अभिषेक पूजन कर महाआरती उतारी। वे करीब 40 मिनट पूजन-अर्चन में रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अयोध्या आकर अभिभूत हैं। यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा प्रभावित करती है। भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में प्रार्थना की है कि भारत दुनिया का नंबर एक देश बने। कहा कि 130 करोड़ भारतवासी मिलकर इसको संभव बना सकते हैं। ‘मेरा दिल्ली प्रदेश की सरकार चलाने का जो पांच साल का अनुभव है, उसके आधार पर यदि हम एक परिवार की तरह, टीम की तरह काम करें, बीच के भेदभाव, दीवारों को गिराकर काम करें तो निश्चित ही हम दुनिया की बड़ी शक्ति बन सकते हैं।’
सोमवार को तब राजनीतिक विवाद पैदा हो गया जब आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल का अयोध्या में कुछ पोटरों के जरिये विरोध किया गया। आप ने केजरीवाल के स्वागत में कई जगह होर्डिंग्स लगाई थें जिनपर कुछ अज्ञात लोगों ने कालिख पोत दी। उधर रामनगरी के संतों ने भी केजरीवाल के दौरे पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की।