शिवसेना सांसद संजय राउत ने केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा नेता रावसाहेब दानवे के किसान आंदोलन को चीन-पाकिस्तान के साथ जोड़ने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सरकार से सबूत की मांग की है। इतना ही नहीं, राउत ने केंद्र से सर्जिकल स्ट्राइक की भी मांग की है।
केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा नेता रावसाहेब दानवे ने दावा किया है कि किसान आंदोलन एक विदेशी साजिश है और इसके पीछे चीन और पाकिस्तान है। दानवे ने यह भी कहा था कि यह किसानों का आंदोलन नहीं है। इस पर राउत ने कहा कि यदि कोई केंद्रीय मंत्री ऐसी जानकारी देता है, तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को तुरंत चीन और पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक शुरू कर देना चाहिए।
अगर बाहरी ताकतें हमारे देश में अस्थिरता और अशांति पैदा कर रही हैं, तो एक देशभक्त दल के तौर पर, शिवसेना इस बयान को बहुत गंभीरता से ले रही है।
राउत ने कहा, ‘रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और तीनों सेनाओं के प्रमुखों को गंभीरता से सोचना चाहिए और तुरंत चीन-पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक शुरू करना चाहिए।’
राउत ने कहा, ‘सारा देश चिंतित है कि लाखों किसान सिंघू सीमा पर लड़ रहे हैं। अगर सरकार वास्तव में कोई समाधान निकालना चाहती है, तो वह आगे बढ़ेगी। लेकिन ज्यादातर समय, सरकार इस मुद्दे को लटकाए रखना चाहती है। महाराष्ट्र, पंजाब और अन्य सभी किसानों की समस्याएं समान हैं। अगर सरकार कानून और कृषि कानून में कुछ बदलाव चाहती है, तो इसकी शुरुआत भाजपा शासित राज्यों से होनी चाहिए। वहां प्रयोग करें, देखें कि क्या होता है, और फिर अन्य राज्य इसे स्वीकार करेंगे। शायद पंजाब भी इसे स्वीकार कर ले।’
रावसाहेब दानवे ने क्या कहा था
किसानों का आंदोलन नहीं है। इसके पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। इससे पहले देश में , मुस्लिम समुदाय का गुमराह किया गया और बताया गया कि मुसलमानों को सीएए और एनआरसी के कारण देश छोड़ना पड़ेगा। क्या कोई मुस्लिम बाहर गया है? अब किसानों से कहा जा रहा है कि सरकार आपको नुकसान में डाल रही है। यह एक विदेशी साजिश है। हमारे देश के किसानों को इस बारे में सोचना चाहिए।