कृतज्ञ राष्ट्र ने बुधवार को इंदिरा गाँधी को देश के लिए उनकी सेवाओं के लिए याद किया और उन्हें उनकी पुण्य तिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। दुनिया भर में लोह महिला के नाम से जानी गईं इंदिरा गांधी को देश के आलावा बांग्लादेश में भी याद किया गया। इंदिरा ने पीएम रहते ही बांग्लादेश का गठन हुआ था और इसमें इंदिरा का बहुत बड़ा रोल था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के जरिये कहा – हमारी पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि। शक्ति स्थल पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता और इंदिरा की बहु सोनिया सहित कांग्रेस के तमान नेताओं और कार्यकर्ताओंं के अलावा आम लोगों ने इंदिरा गांधी को श्रद्दांजलि अर्पित की। राहुल गांधी ने दादी इंदिरा गांधी को याद करते हुए कहा कि दादी ने मुझे बहुत प्यार दिया है। उन्होंने देश और लोगों को बहुत कुछ दिया। मुझे इस पर गर्व है।
ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार के कारण इंदिरा गांधी के दो सिख अंगरक्षकों बेअंत सिंह और सतवंत सिंह ने ही ३१ अक्टूबर, १९८४ को उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। १४ जनवरी, १९८० से लेकर हत्या के दिन ३१ अक्टूबर, १९८४ तक इंदिरा देश की प्रधानमंत्री रहीं। इससे पहले भी वे देश की पीएम पद पर रहीं। उन्हें उनके कई बड़े फैसलों के लिए दुनिया भर में याद किया जाता है। इसमें एक १९७१ में पाकिस्तान को युद्ध में करारी हार देना और उसे तोड़कर बांग्लादेश का अलग देश के रूप में गठन करवाना भी था।
वर्ष १९७१ में जब अटल बिहारी वाजपेयी विपक्ष के नेता थे तो उन्होंने इंदिरा को ‘दुर्गा’ करार दिया था। वाजपेयी ने यह शब्द इंदिरा को उस समय यह उपमा दी जब भारत को इंदिरा के नेतृत्व में पाकिस्तान पर १९७१ की लड़ाई में एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई थी। युद्ध में पाक के ९०,३६८ सैनिकों और नागरिकों ने सरेंडर किया था।
इंदिरा गांधी को बतौर पीएम देश में कई बड़े फैसलों के लिए जाना जाता हैं। १९ जुलाई, १९६९ को इंदिरा ने १४ बड़े बैंको का राष्ट्रीकरण कर दिया। जो बैंकिंग सेवाएं बड़े व्यापारियों और किसानों तक ही सीमित थीं अब वो देश की आम जनता और आम किसानों तक पहुंचने लगीं। इंदिरा ने भूमिहीन और समाज के कमजोर वर्ग के लिए भूमि सुधार नीति बनाई। उन्होंने ने हरित क्रांति को बढ़ावा दिया जिसका नतीजा हुआ कि पहले जहां भारत को अमेरिका से खाद्यान्न आयात करना पड़ता था वहीं भारत खाद्यान्न निर्यात करने लगा। १९७१ के लोकसभा चुनाव में इंदिरा ने ”गरीबी हटाओ” का नारा दिया।