भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर ट्वीट किया-समाधान की आखिरी सांस तक संघर्ष करेंगे। लड़ेंगे जीतेंगे। वहीं, कांग्रेस पाटी की ओर से ट्वीट किया गया कि किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे हो चुके हैं और भाजपाई अहंकार के भी। दिल्ली की सीमा पर किसानों की शहादत जारी है। मगर हुकूमत का अहंकार ज्यादा भारी है।
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने दिल्ली की सीमा पर अपने आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर शनिवार को हरियाणा में 136 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे (केएमपी) को कुछ स्थानों पर बाधित किया गया। यह प्रदर्शन सुबह 11बजे शुरू हुआ जो शाम चार बजे तक चलेगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने एक्सप्रेस-वे बाधित करने का आह्वान किया था।
भारतीय किसान यूनियन के महासचिव जगमोहन सिंह ने कहा कि हम केएमपी को बाधित करेंगे, लेकिन आपात सेवा में लगे वाहनों को जाने दिया जाएगा। हरियाणा के सोनीपत जिले के किसानों ने अपने ट्रैक्टरों को केएमपी एक्सप्रेस-वे के बीचों-बीच खड़ा कर जाम लगा दिया।
सोनीपत में इसका व्यापक असर देखने को मिला। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों के वापस होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। कसान नेताओं ने कहा कि उनका आंदोलन खत्म नहीं होने जा रहा, बल्कि यह और मजबूती से बढ़ रहा है।
किसान नेताओं ने कहा कि इस लंबे आंदोलन ने एकता का संदेश दिया है और एक बार फिर किसानों को सामने लेकर आया है और देश के सियासी परिदृश्य में उनकी वापसी हुई है। देश कीराजधानी नई दिल्ली की तीन सीमाओं सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बाॅर्डर पर बड़ी संख्या में देश के विभिन्न हिस्सों से आए किसान मय ट्रैक्टर-ट्राॅली के डटे हुए हैं।