लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सात कांग्रेस सदस्यों को इस सत्र की बाकी की अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है। उनपर सदन के भीतर हंगामा करने का आरोप था। अभी सत्र ३ अप्रैल तक चलना है। कांग्रेस ने पार्टी सदस्यों के निलंबन को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसका विरोध किया है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरूवार को कांग्रेस सदस्यों गौरव गोगोई, टीएन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बैनी बहनान, मणिकम टेगोर और गुरजीत सिंह औजला को निलंबित करने संबंधी प्रस्ताव सदन में पेश किया। इसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया। पीठासीन सभापति ने मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जिन माननीय सदस्यों को निलंबित किया गया है, वे तुरंत बाहर चले जाएं।
गौरतलब है कि दिल्ली हिंसा पर चर्चा कराने के लिए अड़े विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा था कि इस पर और हर मुद्दे पर सरकार होली के बाद लोकसभा में चर्चा कराने के लिये तैयार है। उनके इस प्रस्ताव पर विपक्षी सांसद भड़क गए थे और पन्ने फाड़कर स्पीकर की ओर फेंकने लगे थे। ओम बिरला ने हंगामा कर रहे विपक्ष के सांसदों को नसीहत देते हुए कहा था कि सदन में प्ले कार्ड लाना ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा था कि सदन सबकी सहमति से चलता है। इसके साथ ही ओम बिरला ने उन सांसदों को चेतावनी दी कि वेल में आने वाले कार्रवाई होगी फिर चाहे वे सत्ता पक्ष के सांसद हों या फिर विपक्ष के। ओम बिरला ने कहा था कि सांसद को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया जाएगा, लेकिन अध्यक्ष की हिदायतों के बाद भी लोकसभा में हंगामा जारी रहा था।