लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद राहुल गांधी के देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के फैसले के चलते नये अध्यक्ष की खोज पर विराम लग सकता है। मिली जानकारी के अनुसार गांधी परिवार के नजदीकी 77 वर्षीय कद्दावर नेता सुशील कुमार शिंदे का नाम चर्चा में है। माना जा रहा है की उनके नाम पर आलाकमान की लगभग मुहर लग चुकी है।
कांग्रेस के अध्यक्ष पद के नाम के लिए वरिष्ठ नेताओं में अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, मलिकार्जुन खरगे, जनार्दन द्विवेदी, एके एंटनी और मुकुल वासनिक आदि के नामों का भी जिक्र चल रहा था।
फिलहाल सुशील कुमार शिंदे को भी इस बाबत अंतिम मुक्कमल जानकारी नहीं दी गई है।
एक पुलिस अधिकारी से गृह मंत्रालय तक का पद संभालने वाले शिंदे कभी भी आलाकमान के निर्देशों का उल्लंघन करते नहीं दिखे। महाराष्ट्र में जब विलासराव देशमुख मुख्यमंत्री बने तो उस वक्त उनका नाम भी उस रेस में था लेकिन उन्हें आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बना दिया गया। शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं शिंदे।सोनिया गांधी के करीबियों में शुमार शिंदे यूपीए शासनकाल में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।
यह बात दीगर है की हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उनकी हार हुई लेकिन अगले 3 महीनों में होने जा रहे हैं महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के देखते महाराष्ट्र में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। शरद पवार से उनके अच्छे रिश्ते के चलते कांग्रेस और एनसीपी के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध बने।
1941 में महाराष्ट्र के एक दलित परिवार में जन्मे सुशील कुमार शिंदे ने सोलापुर की अदालत में वकालत की। उसके बाद महाराष्ट्र पुलिस में शामिल हो गये। खाकी वर्दी उन्हें रास नहीं आई और सफेद कुर्ता पजामा पहन, शरद पवार के कहने पर 1971 में राजनीति के मैदान में उतर गए।