पैगंबर मोहम्मद पर एक सोशल मीडिया पोस्टर से जम्मू-कश्मीर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए और अब दूसरे संस्थानों में भी इसका असर देखने को मिल रहा है।
एनआईटी में माहौल बिगड़ने से बचाने के लिए सभी अकादमिक गतिविधियां रोक दी गई है साथ ही पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गयी है।
एक अधिकारी ने बताया कि परिसर में किसी बाहरी शख्स, छात्र और यहां तक की कर्मचारियों तक क एंट्री पर फिलहाल के लिए रोक लगा दी गई है। पैगंबर पर टिप्पणी करने वाले छात्र को एक साल के लिए कैंपस से बाहर कर दिया गया है। लेकिन प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि उसके खिलाफ और भी सख्त ऐक्शन लेने की जरूरत है। इसी मांग को लेकर छात्र आंदोलनरत हैं।
वहीं दूसरे कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भी इसका असर दिख रहा है। इसे लेकर विरोध प्रदर्शन बुधवार को भी हुआ।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सांप्रदायिक तनाव और वैमनस्यता बढ़ाने के आरोप में सेक्शन 153 के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा किसी धर्म का अपमान के आरोप में सेक्शन 295 के तहत केस दर्ज हुआ है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रजिस्ट्रार ने पुलिस को इस मामले में केस दर्ज करने के लिए लिखा था। जिसके बाद पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की।