गलत सिग्नलिंग ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे की मुख्य वजह थी। यह बात हादसे की जांच के लिए बनाई गयी उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट में समिति ने कहा है कि सिग्नलिंग और दूरसंचार विभाग में एक से ज्यादा स्तरों पर चूक हुई है।
समिति ने रिपोर्ट, जिसे उसने रेलवे बोर्ड को सौंप दिया है, में कहा है कि गलत वायरिंग और केबल की खराबी के कारण 16 मई, 2022 को दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर डिवीजन के बंकर नयाबास स्टेशन पर भी ऐसी ही घटना हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक अगर इस घटना के बाद गलत वायरिंग की समस्या को दूर करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए गए होते, तो बाहानगा बाजार में दुर्घटना नहीं होती।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछली चेतावनी को ध्यान में रखा जाता, तो त्रासदी से बचा जा सकता था। याद रहे ओडिशा के बालासोर जिले में बाहानगा बाजार के निकट दो जून को हुई दुर्घटना में 292 लोगों की मौत हो गई थी और 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। रिपोर्ट के अनुसार, फील्ड पर्यवेक्षकों की एक टीम ने वायरिंग आरेख में बदलाव किया और इसे दोहराने में विफल रही।
सीआरएस की ओर से रेलवे बोर्ड को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘सिग्नलिंग कार्य में खामियों के बावजूद, यदि दुर्घटना स्थल बाहानगा बाजार के स्टेशन प्रबंधक ने एलएंडटी कर्मचारियों को दो समानांतर पटरियों को जोड़ने वाले स्विचों के बार-बार असामान्य व्यवहार की सूचना दी होती, वे उपचारात्मक कदम उठा सकते थे।
रिपोर्ट में बाहानगा बाजार स्टेशन पर लेवल क्रॉसिंग गेट 94 पर ‘इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर’ को बदलने के कार्यों के लिए स्टेशन-विशिष्ट अनुमोदित सर्किट आरेख (डायग्राम) की आपूर्ति न करने को बड़ी गलती कहा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक इसके कारण गलत वायरिंग हुई।