चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा में आठ लोगों की जान लेने के बाद बंगाल पहुँच गया है। चक्रवात से पश्चिम बंगाल में तेज बारिश और तेज हवा चलने का सिलसिला शुरू हो गया हालांकि बहुत ज्यादा नुक्सान की खबर नहीं है। बंगाल के दीघा में तूफान फानी का अब तक सबसे ज्यादा असर दिखा है।
अभी तक की ख़बरों के मुताबिक बंगाल में तेज हवाएं चल रही हैं और आंधी की वजह से कई पेड़ उखड़ गए। कई इलाकों में आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश हो रही है। अब फानी कमजोर होकर चक्रवात के रूप में पश्चिम बंगाल के इलाकों को कवर करते हुए बांग्लादेश की तरफ बढ़ रहा है। बंगाल में फानी का बहुत ज्यादा असर नहीं हुआ है। अभी हालात ठीक हैं. एनडीआरएफ की नौ टीमें बंगाल में तैनात हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्वी मिदनापुर जिले में ५० घर तबाह हो गए हैं। चक्रवाती तूफान फानी के चलते कई घंटे तक बंद रहने के बाद कोलकाता हवाई अड्डे पर शनिवार सुबह उड़ानें बहाल कर दी गयी हैं।
इससे पहले ओडिशा में ११ लाख लोगों को सुरक्षित जगह पहुँचाया गया था। फानी के ओडिशा के बाद पश्चिम बंगाल में ९० से १०० किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मध्यरात्रि से शनिवार सुबह तक दस्तक देने की संभावना थी। फानी के कारण हवा की गति ११५ किमी प्रति घंटा तक पहुंचने की आशंका जताई गई। बंगाल के दीघा में तूफान फानी का अब तक सबसे ज्यादा असर दिखा है।
उधर ओडिशा में फानी प्रभावित इलाकों में पावर, पानी, और सड़कों को काफी नुकसान हुआ है और वहां एनडीआरएफ की ४४ टीमें बुनियादी सुविधा बहाल करने के काम में जुटी हुई हैं।