उत्तराखंड में हिमस्खलन में फंसे 28 पर्वतारोहियों में से दस की मौत हो जाने की खबर है जबकि 8 को बचा लिया गया है। यह घटना द्रौपदी का डंडा-दो पर्वत चोटी की है जहाँ हिमस्खलन के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के दो दर्जन से अधिक प्रशिक्षु फंस गए थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पर्वतारोहियों की मौत पर गहरा शोक जताया है।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक ट्वीट में बताया है कि हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोही प्रशिक्षणार्थियों को बचाने के लिए जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना और आईटीबीपी के जवान तेजी से राहत और बचाव कार्य चला रहे हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए भारतीय वायु सेना ने दो चीता हेलीकॉप्टर भेजे हैं।
राज्य के पुलिस प्रमुख के मुताबिक हिमस्खलन में फंसे एनआईएम के 28 प्रशिक्षुओं में से 8 प्रशिक्षुओं को बचा लिया गया है। सुबह करीब नौ बजे हिमस्खलन की घटना हुई। हादसे की सूचना मिलते ही द्रौपदी के डंडा-2 पर्वत शिखर पर हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षुओं को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीमें देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से रवाना की गयी।
राज्य के मुख्यमंत्री के मुताबिक उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की और बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सेना से मदद की गुहार लगाई है। केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्विटर पर जानमाल के नुकसान पर दुख जताया है। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी है।
राजनाथ सिंह का ट्वीट – “उत्तरकाशी में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा किए गए पर्वतारोहण अभियान में भूस्खलन के कारण कीमती जान गंवाने की दुखद सूचना से से गहरा दुख हुआ है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।”