कोरोना वायरस से प्रभावित इटली में फंसे २११ छात्रों समेत कुल २१८ भारतीयों और ईरान में फंसे २३४ भारतीयों को रविवार को वापस भारत ले आया गया है। इन सभी लोगों को १४ दिनों के लिए अलग रखा जाएगा।
भारत के विदेश मंत्री के जयशंकर ने ट्वीट करके कहा – ”ईरान में फंसे २३४ भारतीय भारत आ चुके हैं। इसमें १३१ छात्र और १०३ तीर्थयात्री शामिल हैं। आपके प्रयासों के लिए राजदूत धामु गद्दाम और इंडिया_इन-ईरान टीम को धन्यवाद। ईरानी अधिकारियों को धन्यवाद।”
उधर इटली के मिलान से भी आज ही २०१८ भारतीयों को भी वापस ले आया गया है। इटली चीन के बाद कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। एयर इंडिया का विशेष विमान इन २१८ लोगों को लेकर दिल्ली पहुंच गया है। इसमें २११ छात्र शामिल हैं। इटली में कोरोना वायरस से १४०० से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि २१,००० से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। आज लाये गए भारतीयों को १४ दिन तक कोरंटाइन में रखा जाएगा।
मानेसर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के छावला शिविर में इन्हें रखा जाएगा। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि संकट में भारतीयों तक पहुंचने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इससे पहले ईरान से आज सुबह ही २३४ लोगों को वापस लाया गया। इन्हें जैसलमेर में इंडियन आर्मी वेलनेस सेंटर में कोरंटाइन किया जाएगा।