कोरोना महामारी के बीच देश के लिए एक अच्छी खबर मौसम को लेकर आई है। सरकार ने बुधवार को कहा है कि इस साल देश में मानसून सामान्य रहने का पूर्वानुमान है।
इस पूर्वानुमान में कहा गया है कि भारत में दक्षिण पश्चिमी मानसून जून के पहले हफ्ते पहुंचने की संभावना है। भारत में कृषि आधारित अर्थव्यवस्था पूरी तरह मानसून पर निर्भर करती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून खरीफ की फसल जैसे मोटे अनाज, धान, दहलन और तिलहन के लिए बेहद जरूरी होता है। अनुमान के मुताबिक सितंबर से राजस्थान से मानसून की वापसी होगी।
मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेज के सचिव माधवन राजीवन के मुताबिक देश में इस बार मानसून सामान्य रहने की संभावना है। औसत की १०० फीसदी बारिश हो सकती है हालांकि, इसमें ऊपर-नीचे कहने की गुंजाइश है।
दिल्ली में मॉनसून आने की तारीख २७ जून बताई गई है। वैसे इस बार मानसून दस दिन देरी से विदा होगा। जलवायु परिवर्तनों के कारण ऐसा होगा। केरल में मानसून के पहली जून, चेन्नई ४ जून, पंजिम ७ जून, हैदराबाद ८, पुणे १० और मुंबई में ११ जून को पहुँचने की संभावना जताई गयी है।