विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर अहम मुद्दो पर बात हुई साथ ही यह भी तय हुआ कि 22 दिसंबर को संसद के दोनों सदनों से निलंबित किए गए 151 सांसदों के पक्ष में सभी दल देशव्यापी धरना प्रदर्शन करेंगे।
राजधानी दिल्ली स्थित अशोका होटल में मंगलवार को इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक हुर्इ। इसमें 28 पार्टियों ने हिस्सा लिया और अपने-अपने विचार को गठबंधन के सामने रखा। इस बैठक में पीएम चेहरा, पहली रैली, ईवीएम और अन्य मुद्दों को लेकर अहम चर्चा हुर्इ। साथ ही 2024 लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने पीएम चेहरे को लेकर दलित नेता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का भी प्रस्ताव रखा गया।
सूत्रों के अनुसार, इंडिया गठबंधन की बैठक में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री चेहरे के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव दिया और उनके इस प्रस्ताव का समर्थन दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) नेता अरविंद केजरीवाल ने किया। किंतु मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रस्ताव पर विनम्रता से कहा कि हम सभी के लिए पहले लोकसभा चुनाव जीतना महत्वपूर्ण है। और वे किसी पद की लालसा नहीं करते।
बता दें, इंडिया गठबंधन की औपचारिक बैठक शुरू होने से पहले कई पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने अलग से आपस में बातचीत की इनमें- राहुल गांधी, लालू यादव, राघव चड्डा, ममता बनर्जी, सटालिन, सीताराम येचुरी शामिल रहें।
इंडिया गठबंधन के राजनीतिक दलों के बीच सीट शेयरिंग की शुरुआत कल से होगी। सीट शेयरिंग के लिए तीन हफ्ते का समय निर्धारित किया गया है। दिसंबर के अंत तक सीट शेयरिंग को पूरा कर लिया जाना है। सीट शेयरिंग पहले प्रदेश स्पेसिफिक होगा और यदि इसमें कोई आती है तो पार्टी के बड़े नेता इसमें बात करेंगे।
बैठक में ईवीएम का मुद्दा भी उठा और इस मुद्दे पर पहले भी इंडिया गठबंधन के नेता चुनाव आयोग को अपनी शिकायत दर्ज करा चुके है। ईवीएम को लेकर आज की इस बैठक में इंडिया गठबंधन की बैठक में यह प्रस्ताव सहमति से पास हुआ कि VVPAT की पर्ची बॉक्स में गिरने की जगह मतदाताओं को ही सौंपी जाए।
बैठक में शामिल होने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, “आज की इस बैठक में 28 पार्टियों के लोग शामिल हुए। हम लोग 8 से 10 बैठक पूरे देश में करेंगे। सांसदों के निलंबन पर 22 दिसंबर को पूरे देश में हम प्रदर्शन करेंगे। सीट बंटवारे पर प्रदेशों में हम समझौता करेंगे। जहां नहीं बनेगा वहां बड़े नेता आपस में बैठकर रास्ता निकालेंगे।”
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, “प्रधानमंत्री कौन होगा इसका फैसला हम जीतने के बाद ही करेंगे। हमारा पहला काम चुनाव जीतना है, इसके बाद हम तय करेंगे कि पीएम कौन होगा। लोकसभा में पूरा आंकड़ा आने के बाद ही हम पीएम फेस को लेकर कोई फैसला करेंगे। इसके साथ-साथ बैठक में सीट बंटवारे को लेकर भी चर्चा हुई और इस पर 31 दिसंबर तक कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा कि, “हम बस गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सदन में आने और संसद की सुरक्षा में हुई चूक के बारे में विस्तार से बात करने के लिए कह रहे है। बीजेपी के दोनों ही नेता इस पर सहमत नहीं हुए हैं। हम घटना के बाद से ही बोल रहे हैं कि गृहमंत्री और प्रधानमंत्री को बयान देना चाहिए लेकिन वो नहीं माने। पीएम मोदी संसद सत्र के दौरान गुजरात में उद्घाटन करने जा सकते हैं, रैलियां कर सकते हैं लेकिन संसद में नहीं बोल सकते हैं। केंद्र सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। एक साथ इतने सांसदों के निलंबन की हम निंदा करते हैं।”