कांग्रेस से अलग होकर जम्मू कश्मीर में अपनी पार्टी बना वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद को शुक्रवार जबरदस्त झटका देते हुए पार्टी के कई वरिष्ठ नेता दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए। इनमें पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तारा चंद, पूर्व मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पीरजादा मोहम्मद सईद, पूर्व विधायक ठाकुर बलवान सिंह जैसे बड़े नेता शामिल हैं।
इनमें से तीन बड़े नेताओं को आज़ाद ने कुछ दिन पहले अपनी पार्टी डेमोक्रेटिक आज़ाद पार्टी (डीएपी) से बाहर कर दिया था। आज दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में इन नेताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में कांग्रेस का दामन थाम लिया। आज़ाद को इन नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने से बड़ा झटका लगा है क्योंकि यह सभी उनके कट्टर समर्थक रहे हैं।
जिन नेताओं ने आज कांग्रेस ज्वाइन की उनमें ताराचंद (पूर्व उपमुख्यमंत्री, अध्यक्ष और नेता सीएलपी जम्मू-कश्मीर राज्य, पूर्व उपाध्यक्ष डीएपी), पीरजादा मोहम्मद सईद (पूर्व पीसीसी अध्यक्ष, तीन बार जम्मू-कश्मीर राज्य मंत्री, पूर्व उपाध्यक्ष डीएपी), ठाकुर बलवान सिंह (पूर्व विधायक और पूर्व महासचिव डीएपी), मोहम्मद मुजफ्फर पर्रे (पूर्व एमएलसी और सीनियर एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट, पूर्व सदस्य कार्य समिति डीएपी) शामिल हैं।
अन्य नेताओं में मोहिंदर भारद्वाज (वरिष्ठ अधिवक्ता जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय, 3 बार अध्यक्ष बार एसोसिएशन जम्मू, पूर्व सदस्य कार्य समिति डीएपी), भूषण डोगरा (पूर्व उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति सलाहकार बोर्ड जम्मू-कश्मीर सरकार मंत्री पद के साथ), विनोद शर्मा (पूर्व अध्यक्ष कांग्रेस सेवादल जम्मू-कश्मीर, पूर्व महासचिव पीसीसी जम्मू-कश्मीर पूर्व जिलाध्यक्ष डीएपी), नरिंदर शर्मा (पूर्व सचिव पीसीसी जम्मू-कश्मीर, पूर्व महासचिव डीएपी), नरेश शर्मा (2 बार पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद कठुआ, पूर्व सचिव पीसीसी), अंबरीश मगोत्रा (पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद कटरा पूर्व सचिव पीसीसी जम्मू और कश्मीर), सुभाष भगत (पूर्व अध्यक्ष डीसीसी सांबा पूर्व महासचिव डीएपी), संतोष मन्हास (सचिव डीएपी), बद्री नाथ शर्मा (पूर्व संस्थापक सदस्य डीएपी), वरुण मगोत्रा (पूर्व महासचिव युवा कांग्रेस और वरिष्ठ युवा नेता डीएपी), अनुराधा शर्मा (वरिष्ठ महिला नेता डीएपी), विजय तारगोत्रा (प्रखंड विकास अध्यक्ष हीरानगर) और चंदर प्रभा शर्मा (वरिष्ठ महिला नेता डीएपी) शामिल हैं।