राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि देश आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रहा है और सरकार की नीतियां इसमें अहम रोल अदा कर रही हैं। बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों के साझे अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में केंद्र सरकार के कार्यों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया और भविष्य के लिए सकारात्मक संभावनाओं का भरोसा जताया। उन्होंने सैन्य बलों के आधुनिकीकरण की भी बात की और कहा कि इसमें ‘मेक इन इण्डिया’ रोल अहम होता जा रहा है।
अभिभाषण की शुरुआत में राष्ट्रपति कोविंद ने आज़ादी के इन 75 वर्षों में देश की विकास यात्रा में अपना योगदान देने वाले सभी महानुभावों का स्मरण किया। उन्होंने इस मौके पर यह भी कहा कि भारत में बन रही वैक्सीन्स पूरी दुनिया को महामारी से मुक्त कराने और करोड़ों लोगों का जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा रही है।
राष्ट्रपति ने कहा विदशी निर्यात बढ़ा है और देश ग्लोबल मैन्यूफैक्चरिंग का हब बनने की दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने अभिभाषण में ग्रीन एक्सप्रेस वेज और ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट्स का भी जिक्र किया और कहा कि पिछले साल के आखिर काँप 26 सम्मलेन में भारत ने कार्बन उत्सर्जन कम करने का मन्त्र दुनिया को दिया।
उन्होंने सैन्य बलों के आधुनिकीकरण की भी बात की और कहा कि इसमें ‘मेक इन इण्डिया’ रोल अहम होता जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने 209 सैन्य उत्पाद विदेश से नहीं खरीदने और 2800 उत्पाद देश में ही ‘मेक इंडिया’ के तहत बनाने का फैसला किया है।
कोविंद ने कहा कि सरकार और नागरिकों के बीच यह परस्पर विश्वास, समन्वय और सहयोग, लोकतन्त्र की ताकत का अभूतपूर्व उदाहरण है। उन्होंने कहा – इसके लिए, मैं देश के प्रत्येक हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर का, हर देशवासी का अभिनंदन करता हूं।’
कोविड-19 पर राष्ट्रपति ने कहा के खिलाफ इस लड़ाई में भारत के सामर्थ्य का प्रमाण कोविड वैक्सीनेशन प्रोग्राम में नजर आया है. हमने एक साल से भी कम समय में 150 करोड़ से भी ज्यादा वैक्सीन डोज़ लगाने का रेकॉर्ड पार किया। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में बन रही वैक्सीन्स पूरी दुनिया को महामारी से मुक्त कराने और करोड़ों लोगों का जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कहा – ‘सरकार ने 8000 से अधिक जन-औषधि केंद्रों के माध्यम से कम कीमत पर दवाइयां उपलब्ध कराकर, इलाज पर होने वाले खर्च को कम किया है।’ उन्होंने कहा कि ‘मेरी सरकार की आस्था, अंत्योदय के मूल मंत्र में है, जिसमें सामाजिक न्याय भी हो, समानता भी हो, सम्मान भी हो और समान अवसर भी हों।’
राष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत मेरी सरकार सभी गरीबों को हर महीने मुफ्त राशन दे रही है। बेटे-बेटी को समानता का दर्जा देते हुए मेरी सरकार ने महिलाओं के विवाह के लिए न्यूनतम आयु को 18 वर्ष से बढ़ाकर पुरूषों के समान 21 वर्ष करने का विधेयक भी संसद में प्रस्तुत किया।’
उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बनकर उभरा है। राष्ट्रपति ने कहा – ‘मेरी सरकार के निरंतर प्रयासों से, भारत एक बार फिर, विश्व की, सर्वाधिक तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है।’
अभिभाषण में राष्ट्रपति ने टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने कहा – टोक्यो ओलंपिक के दौरान हम सभी ने भारत की युवा शक्ति की क्षमताओं को देखा है। इस अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में अब तक का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत ने 7 मेडल जीते। टोक्यो पैरालंपिक में भी भारतीय पैरा एथलीटों ने 19 पदक जीतकर रेकॉर्ड कायम किया।’