असम में मानसून शुरू हुई ही है और वहां बाढ़ ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। राज्य में बाढ़ और बारिश से पिछले 24 घंटे के दौरान चार लोगों की जान चली गयी जबकि इससे सूबे के 25 जिलों में सवा 11 लाख लोग प्रभावित हुए हैं जिनमें से कई को अपना घर-बार छोड़ना पड़ा है।
नलबाड़ी जिले में रेलवे ट्रैक के बाढ़ के पानी से भर जाने के कारण देश को पूर्वोत्तर से जोड़ने वाला रेल यातायात प्रभावित हुआ है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए शुक्रवार को कामरूप महानगर जिले में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद के दिए गए हैं।
इस बार गुवाहाटी में औसत से 121 फीसदी ज्यादा बारिश अब तक हो चुकी है। गुवाहाटी में इस महीने अब तक 385.4 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि वहां औसतन 174 मिमी बारिश होती है। राज्य के कई जिलों में ब्रह्मपुत्र, मानस, पगलाड़िया, पुथिमारी, कोपिली और गौरांग नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है।
नलबाड़ी में रेलवे ट्रैक में पानी भरने से जहां भारत को पूर्वोत्तर से जोड़ने वाला रेल यातायात प्रभावित हुआ है वहीं नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के मुताबिक, 6 ट्रेनों को फिलहाल पूर्ण रद्द जबकि 4 को आंशिक रूप से रद्द करने के अलावा 7 रेलगाड़ियों के मार्ग में परिवर्तन बदले गए हैं।
राज्य में बाढ़ ने खेती का भी जबरदस्त नुक्सान किया है और करीब 19782.80 हेक्टेयर फसली जमीन जलमग्न हो गई है। सरकार के मुताबिक 72 राजस्व मंडलों के तहत आने वाले 1,510 गांवों में बाढ़ की जद में हैं।