यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच अमेरिका ने अपने ब्लॉक को फिर मजबूत करने की कोशिश शुरू कर दी है। इस गठबंधन के पहले कदम के रूप में अमेरिकी प्रशासन ने अपना, भारत, इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का नया समूह गठित किया है। इस समूह का पहला शिखर सम्मेलन, जिसे आई2यू2 का नाम दिया गया है, अगले महीने होगा जो ऑनलाइन होगा।
व्हाइट हाउस की तरफ से दी गयी जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, इजरायल के प्रधानमंत्री नप्ताली बेनेट और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान अगले महीने आयोजित होने वाले ऑनलाइन शिखर सम्मेलन आई2यू2 का हिस्सा होंगे। इसमें खाद्य सुरक्षा संकट और सहयोग के अन्य क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन 13 से 16 जुलाई तक पश्चिम एशियाई देशों की यात्रा पर होंगे। उनका इजरायल, वेस्ट बैंक और सऊदी अरब जाने का कार्यक्रम है। अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि राष्ट्रपति बाइडन इस बैठक को लेकर उत्सुक हैं।
इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने मंगलवार के संवाददाता सम्मेलन में कहा – ‘इसमें शामिल हरेक देश तकनीक का केंद्र है। भारत में विशाल उपभोक्ता बाजार है। वह उच्च तकनीक और अत्यधिक मांग वाले सामानों का भी एक बड़ा उत्पादक है। इसलिए, ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां ये देश एक साथ काम कर सकते हैं, चाहे वह तकनीकी, व्यापार, जलवायु या कोविड-19 से निपटना हो और यहां तक की सुरक्षा के क्षेत्र में भी।’
उनके मुताबिक शुरू से ही हमारे दृष्टिकोण का एक हिस्सा न केवल दुनियाभर में गठबंधन और साझेदारी की हमारी प्रणाली को पुनर्जीवित और सक्रिय करना है, उन साझेदारियों को भी एक साथ लाना है, जो पहले साथ नहीं थे या जिनका पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं किया गया।