अजीब बिडम्वना है, कि एक ओर तो राजधानी-दिल्ली इस समय बढ़ते प्रदूषण और कोरोना के मामले को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। और वहीं सरकार कहती है, कि जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं। फिर भी बाजार में ढ़िलाई ही ढ़िलाई देखी जा रही है। जहां देखों वहां भीड़ ही भीड़ जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा ही है।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का कहना है कि जब तक दवाई नहीं है तब तक मास्क के सहारे ही कोरोना को हराना है। मुख्यमंत्री का कहना है कि अब कोरोना के खिलाफ जागरूकता अभियान के तौर पर मास्क पहनों अभियान चलाया जायेगा।
इस बारे में भाजपा नेता राजकुमार सिंह का कहना है कि दिल्ली में जो कोरोना और प्रदूषण का कहर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। उसमें दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। क्योंकि दिल्ली सरकार पहले डेंगू विरोधी अभियान फिर प्रदूषण के विरूद्ध युद्ध अभियान अब कोरोना के भगाओँ के नाम पर मास्क अभियान ।
तहलका संवाददाता के दिल्ली निवासी पूरन सिंह ने बताया कि ये तो जग जाहिर है, कि सरकार कोरोना को रोकने में असफल रही है। अब लोगों को गुमराह करने के नाम पर तामाम जुमलेबाजी करने में लगी है। जिससे जनता को काफी दिक्कत हो रही है। डीएमए के पूर्व अध्यक्ष डाँ अनिल बंसल का कहना है कि जब सरकार को पता था कि कोरोना का कहर है और हर साल प्रदूषण दिल्ली में कहर बनकर टूटता है। तो ऐसे में सरकार को पहले ही तैयारी करनी थी । जो नहीं की गई। जिसके कारण आज बच्चें, बुजुर्ग सांस सम्बंधी बीमारी से जूझ रहे है। बच्चों को नेबुलाईजर तक दिया जा रहा है। प्रदूषण की वजह से डाँ बंसल का कहना है कि सरकार को ठोस कदम उठाने होगें अन्यथा कोरोना को रोकना मुश्किल होगा।
बताते चलें दिल्ली में रिकार्ड तोड़ मामले कोरोना के 5 हजार से ज्यादा गत 4 दिनों से आ रहे है। बीतें रोज तो 7 हजार से ज्यादा मामलें आये है।