राज्य सभा चुनाव से पहले लगता है कि भाजपा हर राज्य में कांग्रेस में तोड़-फोड़ की ठान चुकी है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद कमलनाथ सरकार में पैदा हुए संकट के बीच अब रविवार को गुजरात में कांग्रेस के पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। खतरा देखते हुए कांग्रेस ने अपने ने अपने १४ विधायकों को राजस्थान के जयपुर भेज दिया है। कांग्रेस पहले से ही भाजपा पर ”हार्स ट्रेडिंग” की कोशिश का आरोप लगा रही है।
गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों के लिए २६ मार्च को होने वाले चुनाव में कांग्रेस की हॉर्स ट्रेडिंग के खतरे की चिंता रविवार को तब पुख्ता हो गयी जब पार्टी के ५ विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस के गुजरात में ७३ विधायक हैं लेकिन इस्तीफे के बाद उनकी संख्या कम हो जाएगी। कांग्रेस को जिग्नेश मेवाणी का भी समर्थन प्राप्त है।
कांग्रेस ने अपने विधायकों को मोबाइल न रखने की हिदायत दी है और उन्हें परिजनों या परिचित से मुलाकात न करने को भी कहा गया है। खतरा देखते हुए कांग्रेस ने अपने १४ विधायकों को जयपुर भेज दिया है। इसके अलावा ३६ और विधायकों को राजस्थान के उदयपुर शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। दर्जन भर एमएलए गुजरात में ही रुकेंगे ताकि वे विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेते रहें।