देश के ज्यादातर हिस्सों में बढ़ रही कोरोना महामारी के चलते पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मंगलवार को एक बार फिर से चुनाव आयोग से राज्य में बाकी बचे तीन चरणों का चुनाव एक साथ कराने की अपील की। इससे पहले भी ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से बचे हुए चरणों के चुनाव एक साथ कराने का अनुरोध किया था। लेकिन तब चुनाव आयोग ने मांग को ठुकरा दिया था।
बंगाल में टीएमसी के एक विधायक समेत चुनाव मैदान में उतरे दो प्रत्याशियों कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है। 17 अप्रैल को पांचवें चरण के चुनाव के दौरान बीरभूम जिले के मुरारई सीट से टीएमसी के निर्वतमान विधायक अब्दुर रहमान की संक्रमण से मौत हो गई थी। निर्वाचन आयोग ने इन अटकलों को खारिज कर दिया था कि बंगाल में विधानसभा चुनाव के आखिरी तीन चरण के मतदान को एक बार में कराया जाएगा।
इसके बरअक्स मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी आरिज आफताब ने सर्वदलीय बैठक में बचे हुए चरणों के लिए मास्क लगाने और दो गज की दूरी का पालन करने सहित कोविड-19 से जुड़े सभी प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने को कहा था। बता दें कि अप्रैल के पहले 15 दिनों में ही पश्चिम बंगाल में संक्रमण के 49 हजार 970 नए मामले आ चुके हैं, और इस दौरान 151 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। सोमवार को यहां बीते 24 घंटे में कोरोना के 8 हजार 426 नए केस दर्ज किए गए।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव इस बार आठ चरणों में कराए जा रहे हैं। जबकि पिछले लोकसभा चुनाव सात चरणों में कराए गए थे। कोरोना काल में लंबे खिंचते चुनाव और प्रचार के दौरान लोगों की भीड़ ने नए तरह का संकट पैदा कर दिया है। अभी तक पांच चरणों के चुनाव हो चुके हैं, जबकि तीन चरण बाकी हैं। ऐसा लगता है कि कोरोना की दूसरी लहर के चरम पर पहुंचने के साथ ही बंगाल में वोटिंग की प्रक्रिया पूरी होगी।