लोकपाल एवं लोकायुक्त की नियुक्ति समेत किसानों के हित में स्वामीनाथन आयोग लागू करने की मांग को लेकर अनशन कर रहे अन्ना की सेहत नाजुक हो गई है। अनशन के पांचवां दिन अन्ना का वजन चार किलो कम हो चुका है। उनके शरीर में बिलुरूबीन बढना शुरू हो गया है। डॉक्टर के अनुसार इसके चलते अन्ना की सेहत को खतरा पैदा हो सकता है।
शुक्रवार को 81 वर्षीय अन्ना का ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर बढ़ गया था। अन्ना ने बुधवार से महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के रालेगण सिद्धि गांव में अनशन शुरू किया। अन्ना के मेडिकल टीम के क्या अनुसार उनके मस्तिष्क और किडनी में इसका विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
आन्दोलन की आगे की रणनिति तय करने के लिए रालेगणसिद्धी में अन्ना की मौजूदगी में महाग्रामसभा सम्पन्न हुई। महाग्रामसभा में अन्ना की सेहत को देखते हुए आगे आन्दोलन अधिक तेज करने का निर्णय लिया गया।
इस बीच महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने कहा है कि सरकार चाहती है अन्ना अपने अनशन को रोक दे और सरकार इसके लिए अपनी तरफ से कोशिश कर रही है हालांकि अनशन शुरुआत करने से पहले अन्ना ने अपने पत्र में नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 35 से ज्यादा पत्र लिखे हैं लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं दिया गया। अन्ना के एक करीबी के अनुसार अन्ना के पत्र के जवाब में अनशन शुरुआत करने को लेकर मोदी ने शुभकामनाएं दीं अन्ना का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक वह अनशन वापस नहीं लेंगे उनकी जान चली जाए। शनिवार की सुबह को रालेगण सिद्धि में अन्ना के समर्थकों ने रास्ता रोका और सरकार के पुतले का दहन किया।