सिरसा के डेरा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह को आखिर कार अपने गुनाहों की सजा मिल ही गई। दो साध्वियों का यौन शौषण करने के दो अलग-अलग मामलों में गुरमीत सिंह को सीबीआई की विशेष अदालत ने 10-10 साल की कैद और 15-15 लाख रुपए जुर्माने की सज़ा सुनाई
पंजाब विधानसभा चुनावों में साल भर से भी कम का समय रह गया है. राज्य भर में फैली सत्ता विरोधी लहर और सरकार के प्रति गुस्से के बीच से निकलने के लिए सतलुज-यमुना लिंक कैनाल (मालिकाना हकों का स्थानांतरण) विधेयक, 2016 को पारित करना सरकार के लिए जनता के खोए
चार साल पहले मिर्चपुर से दर-बदर कर दिए गए लगभग 120 दलित परिवार लोकतंत्र के हालिया उत्सव का भी हिस्सा नहीं बन सके. आखिर किसी भी राजनीतिक दल की चिताओं में ये पीड़ित क्यों शामिल नहीं हैं?
एचएस फुल्का 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ने वाले शख्स के तौर पर जाने जाते हैं. लेकिन उनका परिचय सिर्फ इतना नहीं है. वे कई साल से पंजाब में किसानों के हक के लिए और नशे की समस्या के खिलाफ भी लड़ते रहे हैं
हरियाणा में विपक्ष की हालत भले ही खस्ता हो लेकिन अपनी ही सरकार के मुखिया पर बार-बार निशाना साधते कांग्रेसी नेता उसकी कमी महसूस नहीं होने दे रहे. बृजेश सिंह रिपोर्ट.