कोरोना के अस्तित्व को लेकर बहस, असमंजस में लोग

कोरोना काल पीक पर चल रहा है। लोग अपने बचाव पर कम लोगों को ज्यादा जानकारी दे रहे है। ऐसे में दिल्ली में आये दिन झगड़े और मारपीट की घटनायें बढ़ रही है। ऐसा ही आलम आज दिल्ली के दरियागंज में देखने को मिला। वहां एकत्रित भीड़ में कोरोना को लेकर अपरिचित लोगों को बीच किसी बात को लेकर बहस हो गयी और कोरोना के केस बढ़ने के लिये एक दूसरे को दोषी ठहराने लगे, कि तुम ने मास्क सही से नहीं पहना है। दूसरे ने कहा कि तुम कौन होते हो मास्क पहनाने की कला सिखाने वाले।

बस मामला इस कदर बढ़ा कि वहां पर उपस्थित लोगों ने किसी का कोई बीच बचाव तो नहीं किया लेकिन झगड़ा का मजा लिया। बताते चलें कि इस झगड़े की जड़ में लोगों का कहना कि कोरोना है, कि नहीं क्योंकि कोरोना वहां बढ़ रहा है जहां पर चुनाव नहीं है। जबकि देश के नेता पांच राज्यों में हो रहे है, चुनाव में जमकर रैलियां कर रहे है। वो भी बिना मास्क और जनता के बीच जाकर वोट मांग रहे है। वहां पर कोरोना को लेकर कोई बात नहीं हो रही है और कोरोना के मामले बढ़ रहे है। ऐसे में लोगों के बीच कोरोना के अस्तित्व को लेकर भी असमंजस है। कि कोरोना है भी कि नहीं। 

दरिया गंज बस के इंतजार कर रहे सोहन सिंह ने बताया कि कोरोना को लेकर संशय है कि वास्तविक रूप में कोरोना कहां है और कहां नहीं । ऐसे में लोग कोरोना से सहीं मायने में बचाव कम कर रहे है।अगर कोई मास्क लगा भी रहा है तो वो कोरोना के डर से नहीं बल्कि पुलिस और चालान से बचने के लिये लगा रहा है।