हरसिमरत कौर की चुनौती: पीएम बताएं विपक्ष का कौन सा नेता आंदोलन में बैठा है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सदन को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी अपनी पूरी फॉर्म में नजर आए और विपक्ष के तमाम मुद्दों का एक-एक करके जवाब दिया। उन्होंने किसान आंदोलन को राजनीतिक एजेंडा बताते हुए समझाया कि किस तरह कृषि क्षेत्र में सुधार वक्त की मांग है। हालांकि अब वाकई इसमें सियासत शुरू हो गई है। किसानों ने 12 फरवरी को बंद का ऐलान किया है;

इस बीच, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की पूर्व सहयोगी पार्टी अकाली दल की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने मोदी के हमले पर पलटवार किया है। हरसिमरत ने चुनौती भरे अंदाज में कहा कि पीएम बताएं कि कौन सा विपक्षी दल आंदोलन में किसानों केे साथ बैठा है? किसान संगठन पहले ही साफ कर चुके हैं कि उनके आंदोलन से सियासी दलों को अलग रखा गया है।

पंजाब से सांसद हरसिमरत ने कहा, मुझे लगता है कि किसान की मांगों को सुना जाना वक्त की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पंजाब में मंत्रियों ने जाकर किसानों से बात की। काश वह बताते कि किस किसान से बात की गई? जहां तक मुझे याद है, एकमात्र मंत्री जो पंजाब गया भी उसने किसानों को गुंडा जैसे शब्द से संबोधित किया था।
इस बीच, हरसिमरत ने बताया कि हम सबसे पुराने सहयोगी थे, जब भाजपा के महज दो सांसद थे, तब से साथ में खड़े थे। अब वे किसी की भी नहीं सुन रह ेहैं। अकाली दल सांसद ने कहा कि जब किसान कानून नहीं चाहते तब इस काले कानून को वापस लेना चाहिए।