लॉक डाउन के बाद पैदल गांव जा रहे युवक की मौत, परिजनों का आरोप भूख से गई उसकी जान  

कोरोना वायरस की दहशत और अचानक लॉकडाउन से पैदा हुई स्थिति के बीच एक बहुत दुखभरी खबर आई है। दिल्ली से मध्य प्रदेश पैदल जा रहे एक मजदूर की २०० किलोमीटर पैदल चलने के बाद रास्ते में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी है। उसके परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसकी मौत भूख से हुई है। रणवीर सिंह दिल्ली के एक होटल में टिफिन डिलीवरी का काम कर रहा था लेकिन लॉकडाउन के चलते होटल मालिक ने उसकी छुट्‌टी कर दी थी।

जानकारी के मुताबिक दिल्ली से पैदल गांव जाते समय रास्ते में जिस व्यक्ति की मौत हुई है उसका नाम रणवीर है। दिल्ली से पैदल मुरैना के बड़फरा गांव के लिए जा रहे करीब ३९ साल के रणवीर ने आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र में रास्ते में ही दम तोड़ दिया। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि मौत से पहले रणवीर २०० किलोमीटर पैदल चल चुका था।

पता चला है कि रणवीर २७ मार्च (शुक्रवार) की शाम साथियों के साथ दिल्ली से गांव के लिए निकला था। शाम करीब छह बजे उसने अंबाह में ब्याही अपनी बहन पिंकी को फोन करके बताया कि वो फरीदाबाद पहुँच गया है और जल्द ही घर पहुंच जाएगा। अगले दिन (शनिवार) जब वे लोग आगरा पहुंचे तो उसके साथी आगे निकल गए। बताया आया है कि इसके एकाध घंटे बाद ही सिकंदरा थाना क्षेत्र में सड़क पर चलते हुए रणवीर की मौत हो गई।

रणवीर के परिवार में उसकी बूढ़ी माता, पत्नी और बेटी-बेटा हैं। परिवार के पालन पोषण के लिए तीन साल पहले रणवीर नौकरी की खोज में दिल्ली चला आया था। इस बीच रणवीर के परिजनों ने आरोप लगाया है कि रणवीर की मौत भूख और प्यास के कारण हुई है। सिकंदरा के थानाध्यक्ष ने मीडिया को बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रणवीर की मौत की कारण हार्ट अटैक बताया गया है। रणवीर सिंह दिल्ली में एक होटल में टिफिन डिलीवरी का काम करता था और लॉकडाउन के बाद होटल मालिक ने उनकी छुट्‌टी कर दी थी।