राहुल और प्रियंका गांधी भी कांग्रेस के किसान समर्थक धरने में सड़क पर उतरे, बोले क़ानून वापस हों

कांग्रेस के किसानों के समर्थन में देशव्यापी धरने पर दिल्ली के जंतर-मंतर पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी भी सड़कों पर उतरे। किसानों से बात करने के लिए राहुल गांधी एक ट्रक पर चढ़ गए। राहुल गांधी ने इस मौके पर कहा कि जब तक सरकार तीनों कानूनों को वापस नहीं ले लेती, कांग्रेस अपना आंदोलन जारी रखेगी।

राहुल और प्रियंका पंजाब के कांग्रेस सांसदों से भी मिले हैं। धरने के दौरान राहुल ने कहा – ‘किसानों को तबाह करने के लिए तीन कानून लाए गए हैं। अगर हम इसे अभी नहीं रोकते हैं, तो यह अन्य क्षेत्रों में भी होता रहेगा। नरेंद्र मोदी किसानों का सम्मान नहीं करते और केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को सिर्फ थकाना चाहते हैं।’

अभी भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जंतर-मंतर पर कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दे रहे हैं। धरने के दौरान राहुल एक ट्रक पर चढ़ गए। गांधी ने कहा – ‘जब तक तीनों कानून वापस नहीं हो जाते तब तक कांग्रेस आंदोलन को वापस नहीं लेगी। भाजपा सरकार को कानून वापस लेने ही होंगे।’

किसानों की 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड की काल पर गांधी ने कहा – ‘इस पर बहस  क्यों होना चाहिए? किसान परेड करना चाहते हैं, तो क्या हो जाएगा? मोदी जी को समझना चाहिए कि किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। सरकार को पीछे हटना पड़ेगा।   कांग्रेस पार्टी भी पीछे नहीं हटेगी। ये किसानों पर आक्रमण है। यानी देश पर हमला है। मोदी जो किसानों का है उसे कुछ उद्योगपति को देना चाहते हैं। वो देश के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन चला कोई और रहा है। मुझे दया आती है। नाम के प्रधानमंत्री हैं।  ये बात किसानों को समझ आ गई है, युवाओं को भी समझ आ जाएगी।’

राहुल गांधी किसानों को खालिस्तानी बताने की साजिशों से भी सख्त नाराज हैं। राहुल ने कहा – ‘अब देश के किसान खालिस्तानी हो गए ! थोड़ी शर्म करनी चाहिए। चीन जो अंदर आया है, वहां क्या प्रधानमंत्री खड़े हैं ? किसके बेटे खड़े हैं? आज वो खालिस्तानी हो गए।’

कांग्रेस नेता ने इस मौके पर रोजगार को लेकर कहा कि युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। राहुल ने कहा – ‘मोदी कहते हैं कि कोरोना से नुकसान हो गया। देश के युवाओं को समझना पड़ेगा कि मोदी और उनके दो-तीन उद्योगपति मित्र आपसे आपका सबकुछ छीन लेना चाहते हैं। एयरपोर्ट, पोर्ट सबकुछ केवल पांच लोग चला रहे हैं। किसानों को समझना पड़ेगा कि आपको थकाया जा रहा है। वो समझते हैं कि किसान थक कर चले जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं होगा।’

बैठक जारी  
इस बीच विज्ञान भवन में सरकार और किसानों के बीच 9वें दौर की बैठक इस समय चल रही है। बैठक से ‘तहलका’ को मिले इनपुट्स के मुताबिक बैठक में साफ़ किया है कि सरकार को तीनों क़ानून वापस लेने होंगे। बैठक 3 बजे शुरू हो गयी और अभी जारी है। अभी यह साफ़ नहीं है कि बैठक कितनी देर चलेगी और इसका क्या नतीजा रहेगा। एक किसान नेता ने इस संवाददाता को बताया कि सरकार समय खींच रही है, वह क़ानून कभी वापस नहीं लेगी।