राजस्थान में राज्यपाल के सत्र नहीं बुलाने के विरोध में राजभवन परिसर में धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक, गहलोत बोले बहुमत है  

राजस्थान में राजनीति अब सरकार बनाम राज्यपाल हो गयी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुमत का दावा करते हुए अपने समर्थक विधायकों को राजभवन ले गए हैं और उन्होंने राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलकर एक बार विधानसभा का सत्र बुलाने का आग्रह किया है ताकि वे अपना बहुमत साबित कर सकें। हालांकि, राज्यपाल ने राजस्थान विधानसभा के स्पीकर का मामला सुप्रीम कोर्ट में होने का हवाला देते हुए अभी इसपर सहमति नहीं जताई है। इसके बाद तमाम विधायक राजभवन में ही जम गए हैं। गहलोत ने चेतावनी दी है कि ‘यदि जनता राजभवन का घेराव करती है, तो इसके लिए वो जिम्मेदार नहीं होंगे’।

गहलोत गुट का दावा है कि उनके पास 109 विधायक हैं। कितने विधायक राजभवन गए हैं इसकी अभी पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन राजभवन जाते कांग्रेस के दो विधायकों ने विक्टरी का ‘वी’ चिन्ह बनाया, जिससे जाहिर होता है कि गहलोत के पास बहुमत है। हालांकि, राज्यपाल के विधानसभा का सत्र बुलाने को लेकर अभी फैसला न करने और कानूनी राय लेने की बात कहने के बाद सभी विधायक राजभवन में ही ‘जम’ गए हैं।

अभी तक की जानकारी के मुताबिक वहां विधायकों की तरफ ‘लोकतंत्र बचाओ’ के नारे भी लगे हैं। सुबह ही राजस्थान हाई कोर्ट का फैसला आया था, जिसमें स्पीकर को नोटिस से जुड़े किसी भी फैसले को लेने से रोक दिया गया है। राज्य में अब सियासी हलचल तेज हो गई है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार बचाने की कवायद तेज कर दी है।

गहलोत ने इसके बाद विधानसभा सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल कलराज मिश्रा से मुलाकात की। उनकी बात नहीं मानने पर गहलोत समर्थक तमाम कांग्रेस विधायक राजभवन में धरने पर बैठ गए हैं।

राज्यपाल से  मिलने के बाद गहलोत ने आरोप लगाया ”राज्यपाल ऊपरी दबाव के कारण विधानसभा सत्र नहीं बुला रहे हैं”। गहलोत ने कहा – ”राज्यपाल हमारे संवैधानिक प्रमुख हैं। मैं यह कहने में संकोच नहीं करता कि वह ऊपर से कुछ दबाव के बिना विधानसभा सत्र रोक नहीं सकते थे। उन्होंने कल फैसला क्यों नहीं किया। हमने उनसे (राज्यपाल) जल्द ही फिर से निर्णय लेने का अनुरोध किया है और लोग इंतजार कर रहे हैं। मुझे यकीन है कि राज्यपाल किसी दबाव में नहीं आएंगे वह कोई निर्णय लेंगे। हमें उम्मीद है कि विधानसभा सत्र जल्द शुरू होगा। इसलिए हम यहां विरोध में बैठे हैं। वह हमें पत्र दें फिर हम उसके बाद आगे की कार्रवाई करेंगे”।

राजस्थान सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता रघु शर्मा का कहना है कि राज्यपाल अगर कोरोना वायरस के कारण विधानसभा सत्र आयोजित नहीं कर रहे हैं, तो हम सभी 200 विधायकों का कोरोना टेस्ट कराने को तैयार हैं। राज्यपाल से मुलाकात के पहले कांग्रेस विधायक दल ने जयपुर के फेयरमोंट होटल में एक बैठक की थी। इस बैठक में कांग्रेस नेता अजय माकन और रणदीप सिंह सुरजेवाला भी मौजूद थे।

इस बीच राजस्थान भाजपा नेता जीसी कटारिया ने कहा कि जिस तरह से गहलोत ने राजभवन में विरोध प्रदर्शन किया और जिस तरह के नारे लगाए गए, मुझे लगता है कि कोई अन्य मुख्यमंत्री इस तरह निंदनीय कुछ नहीं कर सकता।