मोदी के समर्थन वाले ब्यान पर फंसे राज्यपाल कल्याण 

ईसी ने माना आचार संहिता का उल्लंघन, राष्ट्रपति से हो सकती है शिकायत  

राजस्‍थान के राज्‍यपाल कल्‍याण सिंह कुछ रोज पहले पीएम मोदी का खुलेआम समर्थन करने वाले बयान पर फंस गए हैं और चुनाव आयोग की टीम ने इसे चुनाव आचार संहिता के खिलाफ माना है। इसके बाद चुनाव आयोग अब राज्यपाल कल्याण सिंह के खिलाफ उनके इस राजनीतिक ब्यान के आधार पर राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद से शिकायत करने की तैयारी में है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव आयोग राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र भेजकर राज्यपाल कल्याण सिंह के बयान और आचार संहिता के पालन पर विस्तार से जानकारी देगा। वैसे चुनाव आयोग ने इस बारे में अभी कोइ में अभी कोइ  आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। गौरतलब है की यह मामला पिछले हफ्ते अलीगढ़ में राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के ब्यान का है जिसे शुद्ध रूप से राजनीतिक ब्यान माना जा रहा है। कल्याण सिंह ने इसमें कहा था – हम सभी भाजपा के कार्यकर्ता हैं। हम चाहते हैं कि भाजपा बड़ी जीत हासिल करे। देश के लिए जरूरी है कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनें।”
विरोधी दलों ने भी राज्यपाल कल्याण सिंह के इस ब्यान को राजनीतिक बताते हुए इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताया था। कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया एटा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। कल्याण सिंह २४ जून, १९९१ को यूपी के सीएम बने। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए ६ दिसंबर, १९९२ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। साल १९९३ के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अतरौली और कासगंज से विधायक निर्वाचित हुए। कल्याण सिंह २१ सितंबर, १९९७ से १२ नवंबर, १९९९ तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।