महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना ने किया अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा

शानदार करियर के बाद पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। शनिवार को स्वतंत्रता दिवस की संध्या को उन्होंने इसका ऐलान किया। उनके साथ पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना ने भी संन्यास की घोषणा की है।
इस तरह आज के का दिन भारत के क्रिकेट प्रेमियों के लिए बुरी खबर लेकर आया है।   धोनी के रिटायरमेंट की घोषणा के कुछ देर बाद ही सुरेश रैना ने भी संन्यास की  घोषणा कर दी। रैना ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपने एक पोस्ट में इसकी जानकारी दी। पोस्ट में सुरेश रैना ने धोनी के साथ अपनी एक तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा – ‘आपके साथ खेलना एक बहुत खूबसूरत अनुभव था माही। मैं गर्व के साथ आपके इस सफर में साथी बनने जा रहा हूं। शुक्रिया इंडिया। जय हिंद !’
अपनी कप्तानी, ‘फिनिशिंग’  और हेलीकॉप्टर शॉट के हुनर से महानतम क्रिकेटरों में शामिल दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा। इस तरह पिछले एक साल से उनके भविष्य को लेकर लग रही अटकलों पर विराम लग गया है। कैप्टेन कूल कहलाने वाले धोनी की कप्तानी की शैली लाजवाब थी। धोनी के फैसले से क्रिकेट के एक युग का अंत हो गया है।
धोनी ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा – ‘अब तक आपके प्यार और सहयोग के लिए धन्यवाद। शाम सात बजकर 29 मिनट से मुझे रिटायर्ड समझिए।’ धोनी ने आखिरी बार वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। उसके बाद से उनके रिटायरमेंट की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन वह मौन थे। अब जब आईपीएल के लिए वह चेन्नै कैंप में शामिल होने पहुंचे तो उन्होंने अपने फैसले का ऐलान कर दिया।
माही ने दिसंबर 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। बीते कई दिनों से इस विकेटकीपर बल्लेबाज के संन्यास को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। धोनी ने वर्ल्ड कप के बाद दो महीने का ब्रेक लिया था। वह वेस्ट इंडीज दौरे पर टीम के साथ नहीं थे और भारतीय सेना के साथ काम करने चले गए थे। धोनी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में भी नहीं खेलने का फैसला किया।
वर्ल्ड कप 2019 के बाद इस साल आईपीएल से क्रिकेट मैदान पर वापसी करने वाले थे, लेकिन 29 मार्च से शुरू होने वाले इस टूर्नमेंट पर वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने ब्रेक लगा दिया और यह टूर्नमेंट अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। अब इस टूर्नमेंट के सितंबर नवंबर में आयोजित होगा।
धोनी भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे कामयाब कप्तानों में हैं। उनकी कप्तानी में ही भारत ने पहले वर्ल्ड टी20 का खिताब जीता था। 2007 में युवा टीम के साथ धोनी ने यह करिश्मा किया था। इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में 2 अप्रैल 2011 को उनकी कप्तानी में भारत ने करीब 28 साल बाद वर्ल्ड कप (50 ओवर) की ट्रोफी पर कब्जा किया था। फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ लगाया गया वह विजयी छक्का भला कौन भूल सकता है।
धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा है, लेकिन वह आईपीएल खेलते रहेंगे।  कुछ दिन पहले ही चेन्‍नई सुपर किंग्‍स के सीईओ ने कहा था कि धोनी आईपीएल 2020 और 2021 आईपीएल खेलते रहेंगे और जहां तक होगा 2022 में भी नजर आएंगे।
एमएस धोनी ने 2004 में बांग्‍लादेश के खिलाफ वनडे मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था। उन्‍होंने 2014 में टेस्‍ट क्रिकेट से संन्‍यास लिया था। धोनी ने भारत की तरफ से 90 टेस्‍ट, 350 वनडे और 98 टी20 मैच खेले। कुल 350 वनडे मैचों में उन्‍होंने 10 हजार 773 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्‍ठ नाबाद 183 रहा। उन्‍होंने वनडे क्रिकेट में 10 शतक और 73 अर्धशतक जड़े, जबकि 98 टी20 मैचों में उन्होंने 1617 रन बनाए और दो अर्धशतक जड़े। धोनी ने आखिरी इंटरनेशनल मैच पिछले साल 9 से 10 जुलाई को न्‍यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्‍ड का सेमीफाइनल खेला था।
उधर रैना को टेस्ट मैच में तो ज्यादा मौका नहीं मिला। लेकिन वनडे इंटरनैशनल क्रिकेट में खूब जलवा बिखेरा। टेस्ट में रैना ने 19 मैचों में 26.18 की औसत से 768 रन बनाए। वनडे में रैना ने 226 मैच खेले और 35.31 की औसत से 5,615 रन बनाए। वनडे में रैना ने 5 शतक और 36 अर्धशतक लगाए। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी रैना का शानदार ट्रैक रेकॉर्ड रहा है। 109 फर्स्ट क्लास मैचों में उन्होंने 42.15 की औसत से 6871 रन बनाए। 109 मैचों में उन्होंने 14 शतक और 45 अर्धशतक भी लगाए।