भारत से बचने के लिये मेहुल बना एंटीगुआ का नागरिक

14,000 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले के अहम आरोपी और गीतांजलि जेम्स के प्रमोटर मेहुल चोकसी अमेरिका से फरार होकर एंटीगुआ पहुंचा था और उसने वहां की नागरिकता हासिल कर ली है।

बताया जा रहा है कि अनुसार इंटरपोल द्वारा जारी नोटिस के बाद एंटीगुआ के अधिकारियों ने ये जानकारी दी है।

रिपोर्ट्स के अनुसार चौकसी ने एंटीगुआ में बड़े पैमाने पर संपत्ति में निवेश कर वहां का नागरिकता हासिल की है। वहां के कानून के अंतर्गत अगर एंटीगुआ में कोई भी व्यक्ति 4लाख डॉलर का निवेश करता है तो उसे वहां की नागरिकता मिल सकती है।

चौकसी के एंटीगुआ का पासपोर्ट भी हासिल करने की भी खबरें हैं। भारत सरकार चौकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश की तैयारी शुरू कर दी है ।

चोकसी, जो रिश्ते में पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के मामा लगता है, के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी है।

चोकसी ने सोमवार को विशेष कोर्ट से अपने खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट को रद्द करने की अपील करते हुए कहा था कि अगर वह भारत लौटा तो भीड़ उसकी भी हत्या कर देगी।

अपील में कहा गया है, ‘याची के लिए कंपनी का संचालन असंभव हो गया है। कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला और कर्जदाताओं को पैसे वापस नहीं मिले, ये सभी लोग याची के खिलाफ आक्रोशित हैं और इसलिए जान का खतरा पैदा हो गया है।’

ये भी कहा गया कि, ‘भारत में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं। हाल के समय में आम जनता सड़क पर ही न्याय करने के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रही है। आवेदक को भी इसी तरह का खतरा है। कई लोग आवेदक से नाराज हैं।’

अपील में कहा गया है कि चौकसी ने कभी जांच से दूरी नहीं बनाई है। जांच एजेंसियों ने उससे जो भी पूछा है उसका जवाब दिया है।’ यह भी लिखा गया है कि यदि चौकसी को भारत लाए जाने पर जेल में रखा जाता है तो जेल स्टाफ से भी खतरा रहेगा।

याद रहे कि ईडी द्वारा दायर चार्जशीट का संज्ञान लेकर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (PMLA) कोर्ट ने मार्च और जुलाई में चौकसी के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया था।

पीएनबी घोटाले का खुलासा होने से पहले ही चौकसी देश छोड़कर भाग गया था। इसी मामले में आरोपी उसका भांजा नीरव मोदी भी फरार है और कहा जा रहा है कि वह ब्रुसेल्स में छुपा हुआ है ।