धार्मिक मामलों में सरकार का हस्तक्षेप गलत : दुराई

भाजपा को समर्थन पर एआईएडीएमके में अलग-अलग राय

सरकार का तीन तलाक बिल आज राज्य सभा में रखा जाना है और भाजपा और उसके सहयोगी इसे लोक सभा के बाद इस सदन में भी पास करवाने की रणनीति बुन रहे हैं। लेकिन इस बीच भाजपा के लिए एक झटके वाली खबर आई है। लोक सभा के डिप्टी स्पीकर थम्बी दुराई ने कहा है कि सरकार का  धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप उचित नहीं है।
बता दें थम्बी दुराई एआईएडीएमके (ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक) के लोक सभा सदस्य हैं और उनकी पार्टी भाजपा को समर्थन देने के मामले में बंटी हुई है। थम्बी दुराई के ब्यान के बाद पार्टी में भाजपा विरोधी और सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने थम्बी दुराई के ब्यान का स्वागत किया है।
लोकसभा के डिप्टी स्पीकर थम्बी दुराई का यह बयान चेन्नई से आया है जहाँ उन्होंने कहा कि एआईएडीएमके की यह जिम्मेदारी थी कि वह अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा की बात करती। ”हमारी पार्टी राज्यसभा में तीन तलाक बिल का विरोध करेगी।” दुराई ने कहा कि धार्मिक मामलों में दखल देना सरकार के लिए ठीक नहीं है। ”अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करना हमाकी पार्टी का उद्देश्य है, इसलिए हम उस बिल का डटकर विरोध करेंगे जो हमारे मुस्लिम भाईयों के लिए नुकसानदायक होगा।”
गौरतलब है कि गुरुवार को भी लोकसभा में पार्टी सदस्य अनवर रजा ने तीन तलाक बिल के विरोध में भाषण दिया था। ”भाजपा मुस्लिम विरोधी है और एआईएडीएमके इसका विरोध करेगी।” अब तीन तलाक मामले में पार्टी नेतृत्व बंटा नजर आ रहा है। इससे २०१९ के लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर दो धड़े हो गए हैं। अब कहा जा रहा है कि सीएम  पलानिसामी ने पार्टी नेता पी वेणुगोपाल को निर्देश दिए हैं कि मीडिया के पूछने पर इसे रजा की व्यक्तिगत राय बताया जाये।