…और फडणवीस ने अपने मिनिस्टर्स को दे दी क्लीन चिट!

महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सेशन खत्म।

फडणवीस सरकार के 5 साल के कार्यकाल के लास्ट मानसून सेशन के आखिरी दिन चीफ मिनिस्टर देवेंद्र फडणवीस अपने मिनिस्टर्स पर लगे करप्शन के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें क्लीनचिट दे दी । इसी के साथ फडणवीस सरकार के 5 साल के कार्यकाल के अंतिम विधानमंडल, विधानसभा का मानसून सेशन खत्म हुआ।

मानसून सेशन के अंतिम दिन सीएम फडणवीस ने अपोजिशन को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘मैं फिर से आऊंगा। महाराष्ट्र के भलाई के लिए, महाराष्ट्र को सर्वोच्च राज्य बनाने के लिए।’ उन्होंने दावा किया कि 5 साल के कार्यकाल में महाराष्ट्र के पुराने वैभव को वापस लाने में वे सफल रहे।

अपने मिनिस्टर्स को क्लीन चिट देते हुए चीफ मिनिस्टर ने कहा अपोजिशन ने करप्शन के आरोप जरूर लगाये लेकिन वह मजबूत सबूत नहीं दे पाए।

रेविन्यू मिनिस्टर चंद्रकांत पाटील पर पुणे की दो जमीनों के घोटाले के आरोप पर चीफ मिनिस्टर ने कहा की उन्हें में पिछले 30-35 सालों से जानता हूं वह इस तरह के काम कभी नहीं कर सकते। उन पर लगाए गए आरोपों में कोई दम नहीं है। इसी तरह आंगनवाड़ी महिलाओं को दिए गए मोबाइल की कीमत को लेकर लगे आरोपों पर उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन की कीमत ऑनलाइन ₹9000 है जबकि उन्हें 6100 में खरीदा गया।

एजुकेशन मिनिस्टर आशीष शेलार, वाटर रिसोर्स मिनिस्टर गिरीश महाजन, ट्राईबल डेवलपमेंट मिनिस्टर के परिणय फुके, एनर्जी मिनिस्टर चंद्रशेखर बवनकुले , टूरिज्म मिनिस्टर जयकुमार रावल आदि मिनिस्टर्स पर लगे करप्शन चार्जेस को भी चीफ मिनिस्टर ने निराधार बताते हुए क्लीन चिट दे दी।

17 जून से शुरू विधानसभा का मानसून सेशन 2 जुलाई तक चला 18 जून को दोनों सदनों में राज्य का एडिशनल बजट पेश किया गया। पढ़ने भी सरकार की आखिरी और इस तेरहवीं विधानसभा सेशन में 12 दिन कामकाज हुआ।