एफआईआर दर्ज होने पर बेनेगल ने उठाया सवाल

कहा, मॉब लिंचिंग के खिलाफ पीएम से अपील की थी धमकी तो नहीं दी

मॉब लिंचिंग को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को चिठ्ठी लिखने वाले ४९ सेलिब्रिटिज़ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के फैसले से देश भर में हैरानी तो जताई ही जा रही है बहुत से लोगों ने इसपर सख्त गुस्सा जाहिर किया है। अब चिट्ठी लिखने वाले में एक जाने माने फिल्ममेकर श्याम बेनेगल ने कहा है कि हमने पीएम से एक अपील की, यह कोई धमकी नहीं थी जिससे समाज की शांति भंग होती या शत्रुता पैदा होती।

बेनेगल ने शनिवार को कहा – ”हमने पीएम से अपील की थी कोइ धमकी नहीं दी थी। हम पर एफआईआर क्यों दर्ज की गई? इसका क्या मतलब है?” गौरतलब है कि मॉब लिंचिंग पर चिंता जताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखने वाली ४९ हस्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया है।

जिन लोगों के खिलाफ अब एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है उनमें बेनेगल के अलावा रामचंद्र गुहा, मणि रत्नम, अनुराग कश्यप और अपर्णा सेन जैसी हस्तियां शामिल हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक स्थानिया अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा की तरफ से दायर  किए गए मामले पर सुनवाई करते हुए चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सूर्य कान्त तिवारी ने ये फैसला सुनाया था, जिसके बाद इन सभी हस्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। अधिवक्ता सुधीर कुमार ने बताया कि चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने २०  अगस्त को ये आर्डर पास किया था। मेरी पेटिशन को स्वीकार किया गया था, जिसकी रसीद देकर आज सदर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है।

लगभग ५० हस्ताक्षर करने वाले लोगों के नाम पर उन्होंने पेटिशन डाली थी। इस पेटिशन में अधिवक्ता ने इन सभी हस्तियों पर देश की इमेज को खराब करने और पीएम के बढ़िया काम को कम आंकने का आरोप लगाया है। हालांकि देश में अब इन हस्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर विपरीत प्रतिक्रया आए रही है और इसकी कड़ी निंदा की जा रही है।