आरबीआई ने की रेपो दर में ०.७५ फीसदी कटौती, बैंकों को तीन महीने तक ईएमआई न लेने की सलाह

कोरोनावायरस के दुनिया भर में अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर और सरकार के २१ दिन की लॉक डाउन के ऐलान को मद्देनजर शुक्रवार को भारतीय रेसर्व बैंक (आरबीआई) ने कई ऐलान किये हैं। आरबीआई ने ब्याज दरों में ७५ बेसिस प्वॉइंट की बड़ी कटौती कर दी है जिससे अब रेपो दर घटकर ४.४ फीसदी रह गयी है। इसका मकसद इस महामारी में अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान से बचाना है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका एलान करते हुए कहा – ”रेपो दर में ०.७५ फीसदी की कटौती की गई है और ये ५.१५ फीसदी से घटाकर ४.४० फीसदी कर दी गई है।” इसके अलावा आरबीआई ने सभी बैंकों को सलाह दी है कि वो ग्राहकों से तीन महीने के लिए ईएमआई को लेने के लिए टाल दें। आरबीआई के इस दिशा निर्देश के बाद बैंक अपने ग्राहकों को ईएमआई के मोर्चे पर कुछ राहत दे सकते हैं। वैसे इसे लेकर आरबीआई ने बैंकों के लिए छोड़ दिया है कि वे क्या निर्णय लेते हैं।
आरबीआई की घोषणा के बाद ब्याज दरें घटने से अब बैंक जब भी आरबीआई से फंड लेंगे, उन्हें नई दर पर फंड मिलेगा।  सस्ती दर पर बैंकों को फंड मिलेगा तो इसका फायदा बैंक अपने उपभोक्ता को भी देंगे। यह राहत सस्ते कर्ज और कम हुई ईएमआई के रूप पर दी जाती है।
इसके अलावा आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट में भी ०.९० फीसदी की कटौती भी की है और अब ये ४.९० फीसदी से घटकर चार फीसदी हो जाएगी। आरबीआई ने सभी बैंकों का कैश रिजर्व रेश्यो भी पूरे एक फीसदी यानी १०० बेसिस पॉइंट घटाकर तीन  फीसदी कर दिया है जिससे अब ये एक साल के लिए चार फीसदी की जगह तीन फीसदी होगा। इसमें कटौती होने से बैंकों के पास १.३७ लाख करोड़ रुपये की रकम बैंकों को मिल पाएगी।
प्रेस कांफ्रेंस में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पर कोरोना महामारी का असर पड़ सकता है और देश के कई सेक्टर इसका निगेटिव प्रभाव झेलेंगे। वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी मंदी आ सकती है और इसके चलते आर्थिक स्थिरता प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा है कि उसका फोकस आर्थिक स्थिरता पर है और विश्व के कई देश कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रहे हैं। भारत में लॉकडाउन के चलते आर्थिक गतिविधियां ठप हैं लेकिन आरबीआई का ध्यान लोगों को राहत दिलाने पर है। लिहाजा आरबीआई ने ये बड़े फैसले किये हैं।सेंसेक्स में तेजी
आरबीआई की घोषणाओं से पहले घरेलू बाजार अच्छी तेजी के साथ खुले। खुलने के कुछ मिनटों के भीतर ही सेंसेक्स में १००० अंकों की तेजी के साथ ३१ हजार का स्तर पार हो गया और निफ्टी ने ९००० का लेवल पार कर लिया।