फ़ार्म में लौटी टीम इंडिया के लिए अफगानिस्तान की जीत ही अब उम्मीद की कुंजी

देश के क्रिकट प्रेमियों के लिए सबसे बड़ा सवाल – क्या भारत आईसीसी टी-20  क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचेगा ? भारत ने जिस तरह पहले दो मैच (पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ) बेवजह के दबाव में गँवा दिए, उससे उपजी निराशा को बाद के दो मैचों में बड़ी जीत ने कुछ उम्मीद बाँधी है जो भारत का रन रेट इन जीतों से बहुत बेहतर हो जाने के बाद और मजबूत हुई है। अब अफगानिस्तान ही  भारत की उम्मीदों की  सबसे बड़ी उम्मीद की कुंजी है।

दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में शुक्रवार की शाम टीम इंडिया ने जिस शानदार तरीके से स्कॉटलैंड को 8 विकेट से हराया, उससे लग रहा है कि भारत फ़ार्म में लौट चुका है। दोनों ही मैच भारत ने पूरी पकड़ बनाकर जीते हैं। टीम इंडिया की इस शानदार वापसी से भारतीय क्रिकेट प्रेमियों में खुशी है, वहीं टीम भी मनोवैज्ञानिक निराशा से  बाहर निकली है।

अपने ग्रुप में टेबल पर भारत के अब 4 पॉइंट हो गए हैं और उसका रन रेट बहुत बेहतर हो गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि टीम फ़ार्म में लौट आई है। भारत का आख़िरी मैच नामीबिया से है, जिसमें भारत बड़ी जीत की उम्मीद कर रहा है।

भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद अब बस अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के मैच पर है। करोड़ों भारतीय दुआ कर रहे हैं कि शुक्रवार को स्कॉटलैंड के खिलाफ न्यूजीलैंड पस्त हो जाए तो भारत का सेमीफाइनल का भाग्य द्वार खुल जाए। वैसे भी भारतीय टीम विराट कोहली को एक कप्तान के रूप में शानदार विदाई देना चाहती है, जिनका कप्तान के रूप में यह आख़िरी टूर्नामेंट है।

स्कॉटलैंड के खिलाफ शुक्रवार शाम विराट की टीम ने धमाकेदार बल्लेबाजी कर सेमीफाइनल में फिलहाल नेट रन रेट के विकल्प के खतरे को तो खत्म कर ही दिया है। टीम इंडिया ने स्कॉटलैंड को महज 85 रनों पर समेटकर सिर्फ 6.3 ओवर में जीत दर्ज कर ली। इसके साथ ही नेट रन रेट के मामले में भारत ग्रुप में सबसे ऊपर पहुंच गया है, जो पहले लगभग असम्भव सा दिख रहा था।

पहले भारत को अपना नेट रन रेट + 1.000 करना था। वहीं स्कॉटलैंड के खिलाफ 86 रन के लक्ष्य को 11.2 में हासिल करना था। यह आसानी से हो गया। अगर न्यूजीलैंड को मात देनी थी, तो लक्ष्य 8.5 ओवरों में और अगर अफगानिस्तान को नेट रन रेट में मात देनी थी, तो ये टारगेट 7.1 ओवरों में हासिल करना था। टीम इंडिया ने सिर्फ 6.3 ओवरों में ये लक्ष्य हासिल कर सभी को पीछे छोड़ दिया।

हालांकि, अभी सबसे बड़ी बाधा है – अफगानिस्तान से बेहतर रन रेट हासिल करने के बावजूद अफगानिस्तान ही भारत की उम्मीद की सबसे बड़ी कुंजी है। शुक्रवार को नामीबिया के खिलाफ न्यूजीलैंड की जीत से भारत का सेमीफाइनल का संकट बना हुआ है।

भारत के अंतिम मैच में जीत से सिर्फ 6 प्वाइंट ही हो पाएंगे और न्यूजीलैंड ने  अफगानिस्तान पर जीत हासिल कर ली तो उसके 8 प्वाइंट्स हो जाएंगे। क्रिकेट प्रेमी ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि बस अफगानिस्तान की टीम न्यूजीलैंड को हरा दे। यह नहीं हो पाया तो नेट रन रेट किसी काम का नहीं रह जाएगा। दुआ करिये कि अफगानिस्तान न्यूजीलैंड को हरा दे और हमारे खिलाड़ी उसके बाद मैचों में देश और विराट कोहली को तोहफा दे पाएं !