संसद में कुछ शब्दों और वाक्यों पर लगा बैन, विपक्ष ने शब्दों के चयन पर आपत्ति दर्ज की

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने भी ट्वीट कर कहा है कि, “आपके कहने का यह मतलब है कि अब मैं लोकसभा में यह भी नहीं बता सकती ही हिंदुस्तानियों को एक अक्षम सरकार ने कैसे धोखा दिया है, जिन्हें अपनी हिपोक्रेसी पर शर्म आनी चाहिए?”

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि, “मोदी सरकार की असलियत बताने के लिए विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी शब्दों को अब ‘असंसदीय’ माना जाएगा। अब आगे क्या विषगुरु?”

आपको बता दें, संसद की कार्यवाही के दौरान संसद के सदस्य कर्इ बार ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर जाते है जिन्हें सभापति या अध्यक्ष के आदेश से बाद में रिकॉर्ड या कार्यवाही से निकाल दिया जाता है।