लता मंगेशकर नहीं रहीं, देश के एक महान संगीत युग का अंत

महान गायक और भारत रत्न लता मंगेशकर (92) का देहांत हो गया है। अपनी मधुर आवाज से दुनिया भर को मंत्रमुग्ध करने वाले लता दीदी काफी दिन से कोविड संक्रमित होने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में दाखिल थीं। हालांकि, लता संक्रमण से मुक्त भी हो गयी थीं, लेकिन आज (रविवार) सुबह करीब सवा 8 बजे उनका निधन हो गया। डाक्टरों के मुताबिक उनका निधन ‘मल्टी ऑर्गन फेलियर’ के कारण हुआ।

उनके निधन पर देश भर में शोक की लहर है। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, देश की कई अन्य हस्तियों, संगीत जगत की हस्तियों, पूरी फिल्म इंडस्ट्री, और आम लोगों ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है।

अपनी करियर लता ने 13 साल की उम्र में शुरू कर दिया था और काफी संघर्ष के बाद धीरे-धीरे वे सफलता की सीढ़ियां चढ़ती गईं। हालांकि, उससे पहले उनके घर की आर्थिक स्थितियों के कारण उनके परिवार और खुद लता मंगेशकर को बहुत कठिन संघर्ष करना पड़ा।

उन्हें दादा साहब फाल्के और पद्म भूषण अवार्ड मिले जबकि 2001 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। लता दीदी के जाने से भारतीय संगीत, खासकर फिल्म इंडस्ट्री ने, अपना अनमोल रत्न खो दिया है। उनका परिवार संगीत से जुड़ा रहा और बहन आशा भोंसले ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि दीदी धीरे-धीरे स्वस्थ हो रही हैं।