मयंक दोहरा शतक बनाकर आउट

विशाखापत्तनम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन ओपनर मयंक अग्रवाल ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए दोहरा शतक बना दिया है। हालाँकि २१५ रन पर उन्होंने अपना विकेट खो दिया।

उनसे पहले गुरूवार को कप्तान विराट कोहली (२०),  चेतेश्वर पुजारा (६) और अजिंक्य रहाणे (१५) सस्ते में आउट हो गए लेकिन मयंक अग्रवाल ने रोहित शर्मा के शानदार प्रदर्शन को भी पीछे छोड़ते हुए शानदार बल्लेबाजी की और दोहरा शतक जड़ दिया। भारत ने अब तक पांच विकेट पर ४३६ रन बना लिए हैं और रविंदर जडेजा और हनुमा बिहारी खेल रहे हैं।

मयंक ने २२ चौकों और ५ छक्कों की मदद से २०० रन ३६० गेंदों में बनाये। दोहरा शतक पूरा करते ही मयंक ने एक छक्का मार कर दक्षिण अफ्रिका के गेंदबाजों को जाता दिया कि वे अभी थके नहीं हैं और ऊर्जा से भरपूर हैं। मयंक यह रिपोर्ट लिखे जाने तक २१० और अजिंक्या रहाणे १५ रन पर खेल रहे हैं। भारत का स्कोर ४ विकेट  पर ४३१ है और सम्भावना है कि कप्तान कोहली ५०० और ५५० के बीच पारी घोषित कर सकते हैं, यदि तब तक भारतीय पारी समाप्त नहीं होती है।

आज दूसरे ओपनर रोहित शर्मा, जिन्होंने कल शतक बनाया था, गुरूवार को दोहरे शतक की तरफ बढ़ते दिख रहे हैं लेकिन वे १७६ रन बना कर आउट हो गए। उन्होंने २४४ गेंदों में २३ चौकों और ६ छक्कों की मदद से अपनी शानदार पारी खेली। उनके आउट होने के बाद आये चेतेश्वर पुजारा कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पाए और ६ रन बनाकर चलते बने।

उनके बाद कप्तान कोहली मैदान में उतरे और कुछ अच्छे हाथ दिखाने के बाद २० रन पर आउट हो गए जबकि अजिंक्या रहने भी ज्यादा कमाल नहीं दिखा सके और १५ रन पर आउट हो गए।

दूसरा दिन अभी तक मयंक अग्रवाल के नाम रहा है और वे नावाद हैं। वे भारत में अपना पहला टेस्ट खेल रहे हैं और दूसरे दिन के पहले सत्र में उन्होंने शतक पूरा किया था । लंच के बाद दोहरा शतक भी जड़ दिया। भारत की ओर से ऐसा १०वीं बार हुआ है, जब एक पारी में दोनों ओपनर्स ने शतक लगाया हो। उनसे पहले यह करिश्मा शिखर धवन और मुरली विजय ने अफगानिस्तान के खिलाफ पिछले साल बेंगलुरु टेस्ट में किया था।

आज खेल जब शुरू हुआ तो मयंक शतक से १६ रन दूर थे। शतक तक पहुँचाने में इस युवा बल्लेबाज को कोइ दिक्कत नहीं आई और उन्होंने मर्जी से शॉट खेले। मयंक ने अपना १००वां रन ६९वें ओवर में पूरा किया जब केशव महाराज की गेंद पर उन्होंने सिंगल लिया। इसके लिए मयंक ने २०४ गेंदों का सामना किया।

यह मयंक के टेस्ट करियर का पहला शतक है जो उनके बल्ले से ८वीं पारी में आया है। इससे पहले उनका व्यक्तिगत उच्च स्कोर ७७ था, जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में बनाया था।