बागी 24 घंटे में वापस लौटें, हम एमवीए से बाहर आने पर विचार करेंगे: राउत

महाराष्ट्र की राजनीति में मची उथल पुथल के बीच शिव सेना के ताकतवर नेता सांसद संजय राउत ने गुरुवार को बागी विधायकों को कहा कि कि ‘वे 24 घंटे में वापस लौट आएं हम महाविकास अघाड़ी से निकलने पर विचार करेंगे।’ हालांकि, साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि शिंदे के साथ गए 21 विधायक उनके संपर्क में हैं।

राउत का यह बयान इस लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है कि बागी शिव सेना विधायक एकनाथ शिंदे भी यही मांग कर रहे हैं कि शिव सेना को एनसीपी-कांग्रेस से अलग होकर भाजपा से फिर गठबंधन कर लेना चाहिए।

उन्होंने यह भी दावा किया कि ‘उद्धव ठाकरे जल्द सीएम आवास वर्षा लौटेंगे। फ्लोर टेस्ट हुआ तो हम जीतेंगे क्योंकि हमारे विधायकों का अपहरण किया गया है। हम मौजूदा सरकार से बाहर निकलने को तैयार हैं। लेकिन जो भी आपकी मांग है, वो मुंबई आकर बताएं आप अगर कहते हैं कि आप सच्चे शिवसैनिक हैं, तो मुंबई लौट आएं।’

शिव सेना में वापस लौटे दो विधायकों नितिन देशमुख और कैलाश पाटिल के साथ प्रेस कांफ्रेंस करके हुए राउत ने यह बात कही। प्रेस कांफ्रेंस में संजय राउत ने कहा – ‘बागी शिवसेना विधायक 24 घंटे में लौट आएं। हम महाविकास अघाड़ी से निकलने पर विचार करेंगे।’

राउत का यह बयान सिर्फ अपने विधायकों को वापस लाने के लिए है या सच में शिव सेना एनसीपी-कांग्रेस से अलग होने का फैसला कर सकती है, यह अभी कहना बहुत मुश्किल है। राउत ने कहा – ‘इन लोगों (शिंदे और उनके साथ गए विधायक) की मुंबई आने की हिम्मत नहीं है। यहां पर आकर उन्हें जो कुछ कहना है, वो कहना चाहिए। यहां आकर पत्र व्यवहार करना चाहिए, लेकिन ये सभी लोग गुवाहाटी में बैठकर बातें बना रहे हैं। हिम्मत है तो मुंबई वापस आइए।’

शिव सेना नेता ने बागियों से कहा कि वे उद्धव ठाकरे के सामने अपनी बात रखें। ‘मुझे पूरा भरोसा है कि आपकी बात सुनी जाएगी। आप 24 घंटों के अंदर वापस आइए, एमवीए से बाहर निकलने पर विचार करेंगे।’ राउत ने दावा किया कि ‘शिंदे के साथ गए 21 विधायक हमारे संपर्क में हैं। हमारे विधायकों का अपहरण किया गया है।’

सूरत से वापस आये प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने कहा – ‘सूरत में हमें जबरदस्त पुलिस सुरक्षा में रखा गया था। मुझे जबरन सूरत ले जाया गया।’ दूसरे विधायक कैलाश पाटिल ने कहा – ‘मुझे सूरत में कैद करके रखा गया। एक किलोमीटर भागकर चंगुल से निकला। हमारे कई विधायक मजबूरी के चलते मुंबई नहीं लौट पा रहे हैं।’