कोरोना का कहर से अब पढ़े- लिखे तबके का भी पलायन जारी

दिल्ली में मजदूरों के साथ-साथ उन पढ़े लिखे लोगों को का पलायन जारी है। जिनकी नौकरी चली गयी या जिनकी जाने को है। सुबह से ही दिल्ली नेशनल हाईवे पर ये नजारा देखने को मिलता है। तहलका संवाददाता को दिल्ली से जाने वाले उन युवा लोगों ने अपनी- अपनी व्यथा बतायी। जो दिल्ली में एक दशक से अधिक समय से जमे थे। जीवन –यापन भी आराम से सम्मान के साथ कर रहे थे। 2020 मार्च में जब लाँकडाउन लगा था। तब सरकार से राहत के तौर पर कुछ उम्मीद थी। नौकरी घर बैठे आँनलाइन चलती रही। वेतन कम मिला लेकिन मिलता रहा। ऐसे में युवाओं ने माना की महामारी है। निकल जायेगी। साहस और हिम्मत के साथ महामारी में युवा काम करते रहे।