अंजलि भाटिया
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने लगभग छह वर्षों के बाद मेल-एक्सप्रेस सहित प्रीमियम ट्रेनों के किरायों में वृद्धि का निर्णय लिया है। यह नई दरें एक जुलाई 2025 से प्रभाव में आएंगी और एक जुलाई अथवा इसके बाद बुक किए गए टिकटों पर लागू होंगी। हालांकि, एक जुलाई से पहले की गई एडवांस बुकिंग पर यह नियम लागू नहीं होगा।उपनगरी सेवा (लोकल-पैसेंजर टे्रनें) और मासिक-त्रैमासिक सीजन टिकट के यात्रियों के किराये में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है।
रेलवे बोर्ड ने सोमवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी की। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित द्वितीय श्रेणी, स्लीपर श्रेणी और गैर-वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के किरायों में प्रति किलोमीटर एक पैसे की वृद्धि की गई है, जबकि सभी वातानुकूलित श्रेणियों में यह वृद्धि प्रति किलोमीटर दो पैसे की होगी।
साधारण पैसेंजर श्रेणी की ट्रेनों में अनारक्षित श्रेणी के टिकट की दरों में 500 किलोमीटर तक की दूरी की यात्रा के लिए कोई वृद्धि नहीं की गयी है, जबकि 501 किलोमीटर से 1500 किलोमीटर तक दूरी के टिकट पर पांच रुपये, 1501 से 2500 किलोमीटर के टिकट के लिए 10 रुपये तथा 2501 से 3000 किलोमीटर तक किराये पर 15 रुपये बढ़ाये गये हैं।
अधिकारी ने बताया कि उक्त ट्रेनों के स्लीपर श्रेणी और प्रथम श्रेणी के किरायों में आधा पैसा प्रति किलोमीटर बढ़ाया गया है। उपनगरीय और मासिक या त्रैमासिक सीज़न टिकट की दरों में कोई वृद्धि नहीं की गयी है।
उन्होंने बताया कि तेजस राजधानी, राजधानी, शताब्दी, दूरंतो, वंदे भारत, हमसफर, अमृत भारत, तेजस, महामना, गतिमान, अंत्योदय, गरीब रथ, जन शताब्दी, युवा एक्सप्रेस, गैर उपनगरीय पैसेंजर ट्रेनों, अनुभूति कोच एवं विस्टाडोम कोच आदि के मूल किराये नयी दरों के हिसाब से होंगे। आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट आदि शुल्क पूर्व की तरह लागू रहेंगे। इसी प्रकार माल एवं सेवा कर (जीएसटी) भी पहले की तरह लागू रहेगा।
गौरतलब है कि रेलवे ने पिछली बार व्यापक रूप से किरायों में वृद्धि वर्ष 2014 में की थी. सभी श्रेणियों के किराये में 14.2 प्रतिशत और माल भाड़े में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि की गयी थी। वर्ष 2019 में मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित श्रेणी में यात्रियों को प्रति किलोमीटर दो पैसे बढ़ाये गये थे। स्लीपर श्रेणी के किराये में दो पैसे और प्रथम श्रेणी के किराये में भी दो पैसे की बढ़ोतरी की गयी है। साधारण ट्रेनों के द्वितीय श्रेणी के किराये में प्रति किलोमीटर एक पैसे और स्लीपर श्रेणी के लिए भी किराये में एक पैसे की बढ़ोतरी की गयी थी। प्रथम श्रेणी के किराये में एक पैसे की बढ़ोतरी की गयी थी। सभी वातानुकूलित श्रेणियों में एक समान चार पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गयी थी। यह वृद्धि जनवरी 2020 से लागू हुई थी।