ऑपरेशन सिंदूर के हर एक क्षेत्र में, तीनों सशस्त्र बलों के बीच पूर्ण तालमेल रहा है, जिसे सरकार, विभागों और 140 करोड़ भारतीयों का समर्थन प्राप्त है।”
नई दिल्ली- भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने आज कहा हमारी लड़ाई आतंकवादियों और आतंकवाद के खिलाफ थी । पाकिस्तान सेना से नहीं । पाकिस्तान सेना ने आतंकवादियों के समर्थन में इस लड़ाई में शामिल होने का फैसला लिया । जिसके कारण भारत को उसके सैनिक ठिकानों को निशाना बनाना पड़ा।इसलिए इस संघर्ष में पाकिस्तान को जो नुकसान हुआ है उस के लिए वह खुद जिम्मेदार है।
ऑपरेशन सिंदूर पर तीनों सेनाओं के डीजीएमओ द्वारा सोमवार को प्रेस ब्रीफिंग की गई. आर्मी में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नेवी से वाइस एडमिरल ए एन प्रमोद और एयरफोर्स से एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर जानकारी दी। वहीं डीजीएमओ ब्रीफिंग के दौरान, भारतीय सेना ने पाकिस्तानी मिराज का मलबा दिखाया. वहीं एयर मार्शल एके भारती ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना द्वारा निशाना बनाए गए लक्ष्यों की समग्र तस्वीर पेश की.
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि हमारा एयर डिफेंस सिस्टम मल्टीलेयर है। पाकिस्तान के सभी ड्रोन को स्वदेशी काउंटर ड्रोन सिस्टम से गिराया गया। हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ थी। इसलिए 7 मई को हमने केवल आतंकी ठिकानों पर ही हमला किया था पर अफसोस इस बात का है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ देना उचित समझा। इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बना ली। हमारी एयर डिफेंस सिस्टिम दीवार की तरह खड़ी थी और इसको भेदना दुश्मन के लिए असंभव था। तुर्की के ड्रोन हो या कहीं की भी कोई शास्त्र तकनीक हो हमारी स्वदेशी रक्षा प्रणाली, प्रशिक्षित योद्धा उससे मुकाबले के लिए तैयार है। ऑपरेशन सिंदूर में हमारा नुकसान बेहद मामूली रहा है । हमारे सैन्य प्रतिष्ठान,शास्त्र प्रणालियों पूरी तरह से कार्यशील है, जरूरत पढ़ने पर हम अगले मिशन के लिए तैयार है ।
उन्होंने कहा के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान सेना द्वारा इस्तेमाल किए गए चीन के हथियार नाकाम साबित हुए । पिछले दस साल में सरकार से सेनाओं को जो बजटीय समर्थन मिल है. उससे हमें देश की वायुरक्षा प्रणाली मजबूत एवं आधुनिक बनाएं में बढ़ी मदद मिली है । ऑपरेशन सिंदूर के हर एक क्षेत्र में, तीनों सशस्त्र बलों के बीच पूर्ण तालमेल रहा है, जिसे सरकार, विभागों और 140 करोड़ भारतीयों का समर्थन प्राप्त है।”
वाइस एडमिरल ए एन प्रसाद ने कहा कि भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान के किसी भी खतरे से निपटने के लिए कई लेयर की तैयारी कर ली थी। हमने लड़ाकू और टोही विमान को काम पर लगा दिया था। हमने अत्याधुनिक रेडार का इस्तेमाल करते हुए हमारे पायलट दिन और रात दोनों ही वक्त तैयार थे। हमने सैकड़ों किलोमीटर कि निगरानी की। कोई भी संदिग्ध और दुश्मन के हवाई जहाज को कई सौ किलोमीटर तक पास आने का मौका नहीं दिया।जब पाकिस्तान एयरफोर्स ने हमारे एयर फील्ड पर लगातार हमले किए तो हमारे सिस्टम ने उसे विफल किया। हमारी एयरफील्ड हर तरह से ऑपरेशन है।पाकिस्तान की चीनी मूल की मिसाइल PL-15 भी गिराई। उन्होंने बताया स्वदेशी आकाश सिस्टम का इस्तेमाल हुआ। पाकिस्तान के ड्रोन लेजर गन को भी टारगेट किया। पाकिस्तान के एक-एक ड्रोन को मार गिराया। पाकिस्तान के नूरखान एयरबेस को तबाह किया।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, ” हमारे एयरफील्ड हर प्रकार से ऑपरेशनल है. पाकिस्तान के ड्रोन हमारे ग्रिड के कारण नष्ट हुई. मैं यहां पर अपने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की सहराना करता हूं. जिसके कारण पाकिस्तान की नापाक हरकतों का विनाश किया गया.
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की एयर डिफेंस कार्रवाई को हमें एक संदर्भ में समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा, “पिछले कुछ सालों में आतंकी गतिविधियों के कैरेक्टर में बदलाव आ रहा था. अब हमारी सेना के साथ-साथ निर्दोष लोगों पर भी हमला हो रहा था. 2024 में शिवखोड़ी मंदिर की ओर जाने वाले तीर्थयात्री और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम पर्यटक को निशाना बनाया गया.”
उन्होंने कहा, “पहलगाम तक उनका पाप का घड़ा भर चुका था, क्योंकि आतंकियों पर हमारे सटीक हमले एलओसी और आईबी को पार किए बिना किए गए थे. हमें पूरा अंदेशा था कि पाकिस्तान का हमला भी सीमा पार से ही होगा इसलिए हमने एयर डिफेंस की तैयारी की थी. जब 9-10 मई को पाकिस्तान की वायुसेना ने हमारे एयर फील्ड और लॉजिस्टिक इंस्टॉलेशन पर हमला किया तो वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने विफल हुए।
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एयर मार्शल ए.के. भारती ने तुलसीदास कृत रामचरितमानस की एक चौपाई पढ़ी। विनय न मानत जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब, भय बिनु होइ न प्रीति। एके भारती ने कहा कि यह चौपाई रामचरितमानस से है, जिसमें श्री राम ने समुद्र से रास्ता देने के लिए विनती की, मगर जब समुद्र ने तीन दिन तक उनकी विनती नहीं मानी, तो भगवान राम ने क्रोध में कहा कि बिना भय के प्रीति नहीं होती। यानी पाकिस्तान को अब साफ शब्दों में कह दिया गया है कि अगर उसने दोबारा ऐसी हरकत की तो उसका अंजाम उसे भुगतना पड़ेगा।
सोमवार को ब्रीफिंग की शुरुआत रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता से याचना नहीं, अब रण होगा’ गाने से शुरू हुई ।
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एयर मार्शल ए.के. भारती ने एक एक प्रश्न के जवाब में कहा कि भविष्य के संघर्ष पिछले संघर्षों से काफी भिन्न होंगे और लगातार बदलते युद्ध के मैदान में विरोधियों से आगे रहने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यह एक अलग तरह का युद्ध था और ऐसा होना तय है। भगवान न करे, लेकिन अगर हम कोई और युद्ध लड़ते हैं, तो वह इस युद्ध से बिल्कुल अलग होगा। यह एक बिल्ली और चूहे का खेल है, और हमें दुश्मन को हराने के लिए समय से पहले काम करना होगा।” जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत ने किराना हिल्स पर हमला किया है, तो एयर मार्शल ए.के. भारती ने जवाब दिया, “हमें यह बताने के लिए धन्यवाद कि किराना हिल्स में कुछ परमाणु प्रतिष्ठान हैं, हमें इसके बारे में पता नहीं था। हमने किराना हिल्स पर हमला नहीं किया है, चाहे वहां कुछ भी हो।