लेबनान में पैदल घुसी इजरायली सेना, दर्जनों गांव बनाए श्मशान; जवाब में रॉकेट की बौछार

इजरायल  की 91वीं डिवीजन लेबनान में दाखिल हो चुकी है। यह डिवीजन टैंकों और तबाही मचाने वाले हथियारों के साथ आगे बढ़ रही है। लेबनानी  सुरक्षा सूत्रों के अनुसार इजरायली पैदल सेना ने लेबनान  के सीमावर्ती गांव मारून अल-रास में दाखिल हुई। करीब 50 इजरायली सैनिकों ने ब्लू लाइन को पार किया।

इजराइली सेना भारी गोलाबारी और हवाई हमलों के साथ आगे बढ़ने का रास्ता तैयार कर रही है। इस दौरान दक्षिणी लेबनान  में दर्जनों गांवों  को निशाना बनाया गया है। लेबनान सीमा के पास दर्जनों टैंकों  को देखा गया है। इन टैंकों को इजरायली ड्रोन और लड़ाकू विमान कवर देने में जुटे हैं।

सूत्रों के मुताबिक इजरायली सेना ने यारून, अल्मा अल-शाब, अल-वजानी और कफरचौबा समेत कई स्थानों पर दाखिल होने की कोशिश की। मगर हिजबुल्लाह जवाब में कई कत्युशा रॉकेटों की बौछार की। इजरायली सेना ने घोषणा की है कि 91वीं डिवीजन हिजबुल्लाह के खिलाफ लक्षित, सीमित और स्थानीयकृत ऑपरेशन में शामिल होने के लिए दक्षिणी लेबनान में प्रवेश कर चुकी है।

इससे पहले इजरायल की पैराट्रूपर डिवीजन 98 और आर्मर्ड डिवीजन 36 ने पिछले मंगलवार को लेबनान में जमीनी कार्रवाई शुरू की थी। उधर, इजरायली सेना ने बताया कि क्षेत्र में जारी तनाव के बीच अमेरिकी सेंट्रल कमांड के कमांडर माइकल एरिक कुरिल्ला रविवार को इजरायल पहुंचे। कुरिल्ला और इजरायली चीफ ऑफ जनरल स्टाफ हर्जई हलेवी ने तेल अवीव में स्थिति का आकलन किया। 23 सितंबर को इजरायल ने हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। अब तक संघर्ष में कम से कम दो हजार लोगों की जान जा चुकी है।