नई दिल्ली : भारत की स्टार जिमनास्ट दीपा कर्माकर ने खेल जगत को अलविदा कह दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने फैन्स को इस बात की जानकारी दी। दीपा ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन उन्होंने हमेशा भारतीय जिमनास्टिक को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का प्रयास किया।
2016 रियो ओलंपिक में दीपा कर्माकर ने प्रोडुनोवा वॉल्ट करके सभी को चौंका दिया था। वह इस मुकाम तक पहुंचने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट थीं। हालांकि, वह पदक से महज 0.15 अंकों से चूक गई थीं।
दीपा कर्माकर ने 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में जिमनास्टिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रचा था। इसके अलावा, उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में भी कई मेडल जीते। इसी साल उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर एक बार फिर सभी को प्रभावित किया था।
दीपा ने अपने संन्यास के फैसले के पीछे कई कारण बताए हैं। उन्होंने कहा कि वह काफी समय से इस बारे में सोच रही थीं और अब यह सही समय है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बॉडी अब उन्हें और पुश करने की अनुमति नहीं देती।
दीपा कर्माकर ने कहा कि वह जिमनास्टिक से हमेशा जुड़ी रहेंगी। वह युवा जिमनास्ट्स को मेंटर करना चाहती हैं और इस खेल को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देना चाहती हैं। दीपा कर्माकर का संन्यास भारतीय जिमनास्टिक के लिए एक बड़ा नुकसान है। उन्होंने भारतीय जिमनास्टिक को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और युवाओं के लिए एक प्रेरणा बनीं। हम उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।