विश्व रैंकिंग: 21 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन: विश्वकप में पहली बार खास बात |
बोस्नियाई टीम के खेल में एक अलग रचनात्मकता है जो उसके कोच साफेत सूसिक की देन है. साफेत ने अपनी देखरेख में खेल के इस पक्ष पर खूब ध्यान केंद्रित किया. कहा जाता है कि बोस्नियाई टीम की यही रचनात्मकता उसकी सबसे बड़ी ताकत है जिसके दम पर टीम अपने उन विरोधियों पर भारी पड़ती है जो परंपरागत तरीके से खेलते हैं. हालांकि टीम की इस ताकत को उन टीमों से चुनौती मिलती है जो बेहद आक्रामकता के साथ अपना खेल खेलती हैं. टीम स्वाभाविक रूप से मैनचेस्टर सिटी के स्टार स्ट्राइकर एडिन जेको पर निर्भर है. ब्राजील में हो रहे इस फुटबॉल महाकुंभ में जेको का साथ रोमा के स्टार खिलाड़ी मिरालेम जानिक देंगे जो हाल में कई मौकों पर बेहतरीन खेल का प्रदर्शन कर चुके हैं.मैदान पर टीम का पूरा प्रदर्शन इन दोनों खिलाड़ियों के बीच के तालमेल पर ही निर्भर करेगा. इन्हीं दोनों के कंधों पर टीम को विजय दिलाने का पूरा दारोमदार रहेगा. वैसे जरूरत से ज्यादा रचनात्मकता भी कभी-कभी भारी पड़ जाती है. हाल के मैच इसकी पुष्टि करते हैं, जिनमें टीम की फॉरवर्ड पंक्ति उस समय थोड़ी भ्रमित दिखाई दी जब उसके खेलने के नियमित तौर-तरीकों में बदलाव हुआ. यही नहीं मिडफील्ड से पर्याप्त सहयोग नहीं मिलने के कारण टीम की समस्या और बढ़ती दिखाई दी. हालांकि टीम के पास इस चुनौती से निपटने के लिए 20 वर्षीय सईद कोलासिनेक जैसा खिलाड़ी भी है. सईद बतौर रक्षात्मक मिडफील्डर के रूप में अचानक होने वाले किसी जवाबी हमले से निपट सकते हैं. टीम के सामने दूसरी चुनौती अतिरिक्त खिलाड़ियों की कमी की भी है. किसी खिलाड़ी के चोटिल होने या थकने पर कोच साफेत सूसिक के पास विकल्प के रूप में जो खिलाड़ी हैं उनके खेल की गुणवत्ता उतनी नहीं है. |