देश के पूर्वी राज्य असम का गुवाहाटी शहर आगामी 21 जनवरी को प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग के दिग्गजों, विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं] शिक्षाविदों और प्रत्यक्ष विक्रेताओं के जमावड़े का साक्षी बनेगा जहां ये सब इस उद्योग के विकास, इससे संबद्ध मुद्दों, नियम एवं कानून, सुधारों, नीतिगत मामलों, पारदर्शिता, उपभोक्ता जागरूकता एवं संरक्षण आदि महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-मंथन करेंगे।
मौका होगा ‘ द्वितीय पूर्वोत्तर क्ष्रेत्रीय प्रत्यक्ष बिक्री सम्मेलन एवं प्रदर्शनी ‘ जिसका आयोजन देश में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग की अग्रणी संस्था इंडियन डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) करेगी। दिनभर चलने वाले इस कार्यक्रम का विभिन्न स्थानीय कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्र भी हिस्सा होंगे।
आईडीएसए ने आज यहां जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुये बताया कि प्रत्यक्ष बिक्री क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिये पूर्वोत्तर राज्यों की महिला उद्यमियों का सम्मान, प्रत्यक्ष बिक्री को परिलक्षित करते हुये विभिन्न उत्पादों के साथ मॉडल का पारम्परिक वेशभूषा में रैम्प वॉक, प्रत्यक्ष बिक्री में स्वरोजगार और सूक्ष्म उद्यमिता के निहित अवसरों के माध्यम से महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण को लेकर चर्चा, उद्योग के दिग्गजों एवं विशेषज्ञों के साथ प्रत्यक्ष विक्रेताओं और छात्रों का उनकी जिज्ञासाओं को लेकर संवाद सत्र जैसे अनेक आकर्षण इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। कार्यक्रम आयोजन स्थल पर एक भव्य प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी जहां आगंतुकों को आईडीएसए की सदस्य कम्पनियां के विभिन्न एवं नवीनतम उत्पादों, सेवाओं और नवाचार से भी रू ब रू होने का मौका मिलेगा।
विज्ञप्ति में भारत के प्रत्यक्ष बिक्री मजबूत स्थिति और विकास दर पर प्रकाश डालते हुये कहा गया है इसका कुल कारोबार वर्ष 2022-23 के एक सर्वेक्षण के अनुसार 12 प्रतिशत की शानदार विकास दर और गत चार वर्षों में आठ प्रतिशत से अधिक की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) के साथ 21282 करोड़ रूपये को पार कर गया है और यह विश्व रैकिंग क्रम में 11वें पायदान पर है। उद्योग ने देश में लगभग 32 लाख महिलाओं समेत 86 लाख से अधिक लोगों को स्व-रोजगार और सूक्ष्म उद्यमिता अवसर प्रदान किये हैं और इस तरह यह सामाजिक-आर्थिक विकास में भी अपनी अहम भूमिका अदा कर रहा है।
विज्ञप्ति के अनुसार प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग के लिये कारोबार की दृष्टि से पूर्वोत्तर क्षेत्र बहुत अहम है जो कुल राष्ट्रीय कारोबार में 8.7 प्रतिशत के बाजार हिस्से के साथ 1,800 करोड़ से अधिक का योगदान करता है। असम राज्य इस क्षेत्र में 1,009 करोड़ रूपये कारोबार, 4.7 प्रतिशत से अधिक की बाजार हिस्सेदारी और 2.4 लाख से अधिक प्रत्यक्ष विक्रेताओं की मजबूत ताकत के साथ अग्रणी है। पूर्वोत्तर के सात अन्य राज्यों मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम, अरूणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय और सिक्किम का कुल कारोबाार में क्रमश: 288 करोड़ रुपये, 227 करोड़ रुपये, 156 करोड़ रुपये), 78 करोड़ रुपये, 72 करोड़ रुपये, 19 करोड़ रुपये और पांच करोड़ रुपये का योगदान है। यह उद्योग पूर्वोत्तर के राज्सों के सरकारी खजाने में सालाना 270 करोड़ रूपये से अधिक का भी योगदान देता है, जो इस क्षेत्र के विकास में अपनी अहम भूमिका को प्रमाणित करता है।
आईडीएसए का दृढ़ विश्वास है कि प्रत्यक्ष बिक्री सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का गुवाहाटी में आयोजन, विकास, नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देने हेतु एक सार्थक मंच साबित होगा तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र की देश के प्रत्यक्ष बिक्री बाजार में भूमिका को और मजबूती प्रदान करेगा।