गुजरात में प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार 10 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,000 करोड़ रुपये के पार

अहमदाबाद, 29 अगस्त ; देश के पश्चिमी क्षेत्र में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर कब्जा बरकरार रखते हुये गुजरात में प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार वर्ष 2022-23 में लगभग दस प्रतिशत की विकास दर दर्ज करते हुये 1,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है, इंडियन डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) ने वीरवार को यहां एक कार्यक्रम में जारी की गई सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह जानकारी दी। 

रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोनाकाल की तमाम विपरीत परिस्थितियों के बाद स्वरोजगार, आय के अतिरिक्त साधन, आजीविका और सूक्ष्म उद्यमिता के असीम अवसर पैदा करने की क्षमता वाले प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने तेजी से पटरी पर लौटते हुये राज्य में इस अवधि के दौरान वर्ष 2021-22 के 923 करोड़ रूपये के मुकाबले 9.86 प्रतिशत से अधिक की मजबूत विकास दर हासिल कर 1,014 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार किया। 

स्वतंत्र एजेंसी ‘कंतार‘ द्वारा तैयार इस रिपोर्ट के अनुसार सतही स्तर पर लोगों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान कर रहे प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग के लिये गुजरात देश में नौवां शीर्ष बाजार है। देश में 21,282 करोड़ रुपये से अधिक के प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार में राज्य 4.8 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी है। राज्य में 2.1 लाख से अधिक लोग इस उद्योग के साथ जुड़े हुये जिनमें से 77 हजार से अधिक महिलाएं हैं। उद्योग करों के माध्यम से राज्य के खजाने में सालाना 150 करोड़ रुपये से अधिक का अहम योगदान भी करता है। 

राज्य के खाद्य, आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मामलों के मंत्री कुंवरजीभाई मोहनभाई बावलिया ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग के लिए अनुकूल कारोबारी माहौल बनाने के साथ ही उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उपभोक्ताओं के लिए उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए, उन्होंने इस उद्योग को अपने विभाग की ओर से हरसम्भव मदद का भी भरोसा दिया। उन्होंने यह जानकारी भी साझा की कि उपभोक्ता संरक्षण (प्रत्यक्ष बिक्री) नियम 2021 की अनुपालना में राज्य में निगरानी समिति (मॉनिटरिंग कमेटी) गठित करने पर भी काम कर रहा है। इस अवसर पर उन्होंने राज्य में आईडीएसए से सम्बद्ध कम्पनियों की उत्कृष्ट कारोबार करने वाली 12 महिला उद्यमियों को भी सम्मानित किया।   

आईडीएसए अध्यक्ष विवेक कटोच ने इस अवसर पर देश में प्रत्यक्ष बिक्री परिदृश्य की जानकारी दी और कहा कि ‘गुजरात प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग के लिये प्रमुख और प्राथमिकता वाले बाजारों में शामिल है। लगभग दस प्रतिशत की सालाना विकास दर स्पष्ट रूप से यह दर्शाती है कि राज्य में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग नये आयाम छूने की ओर अग्रसर है और इसमें प्रत्यक्ष बिक्रेताओं की अथक मेहनत की भी पुष्टि होती है‘। 

उन्होंने कहा ‘प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग देश में लगभग 86 लाख लोगों के लिये स्थायी स्वरोजगार और सूक्ष्म उद्यमिता के अवसर प्रदान कर रहा है और इसने गत चार वर्षों में लगभग आठ प्रतिशत की औसतन सीएजीआर के साथ प्रगति की है। आईडीएसए की 19 सदस्य कम्पनियां गर्व और आत्मविश्वास के साथ उपभोक्ता हितों के साथ राज्य के 2.1 लाख से अधिक प्रत्यक्ष विक्रेताओं के हितों की सफलतापूर्वक रक्षा करने का दावा कर सकती हैं।“  

श्री कटोच के अनसुार केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्रालय ने देश में प्रत्यक्ष बिक्री कम्पनियों के परिचालन को लेकर नियामक स्पष्टता लाने और उपभोक्ता संरक्षण हेतु दिसम्बर 2021 में उपभोक्ता संरक्षण (प्रत्यक्ष बिक्री) नियम अधिसूचित किये हैं। अब तक दस राज्यों ने इन नियमों के तहत अपने यहां निगरानी समितियां (मॉनिटरिंग कमेटी) गठित कर ली हैं और आशा करते हैं कि गुजरात सहित अन्य राज्य भी इसे जल्द पूरा कर लेंगे।